एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव
मनकी धान खरीदी केंद्र में एक वर्ष पूर्व कराए गए मुरूम समतलीकरण की राशि देने से मनाही कर अफसर नियमों का पाठ पढ़ा रहे है। पंजीयक सहकारी संस्था के ये वही अफसर है जिन्होंने बीते वर्ष बगैर अनुमति और गैरजरुरी रूप से सप्लाई की गई तिरपाल का लाखों रुपए का बिल एक झटके में पास कर दिया था। तब नियमों का पेंच नहीं आया था या वजह कुछ और थी?
मामला गंभीर है, अधिकारियों के ऐसे रवैये से किसानों की गाढ़ी कमाई डूबने के कगार पर पहुंच चुकी है। समतलीकरण कार्य में पैसा लगाने वाले किसानों ने समिति प्रभारी को आवेदन तो दिया है, लेकिन अभी तक किसी तरह की कार्रवाई नहीं हो पाई है। सीधे कहे तो राशि जारी करने में अफसर आनाकानी कर रहे हैं।
इससे किसानों प्रशासन के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है। बता दें कि पिछले साल ही मनकी में नया केंद्र खोला गया। केंद्र परिसर में समतलीकरण की जरुरत थी। किसानों ने समिति प्रभारी से मांग की, लेकिन उन्होंने फंड नहीं होने और उच्च अधिकारियों से अनुमति लेने की बात कहकर बात टाल दिया। और कहा कि स्वयं व्यवस्था करो। किसानों को असुविधा न हो इसलिए कुछ किसानों ने अपने खर्च से केंद्र परिसर में मुरूम डलवाया। सफाई करवाई। एक लाख रुपए से अधिक राशि का खर्च हुआ। किसानों को लगा था कि देर सवेर समिति या फिर पंचायत से राशि का भुगतान कर दिया जाएगा। लेकिन पंचायत ने हाथ खड़े कर दिए। बिल देने के बाद भी समिति से भुगतान नहीं हुआ।
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