एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव
ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया मामले की जांच विभागीय बहानेबाजी से ज्यादा और कुछ नहीं लग रही है। तभी तो महीनेभर बीत जाने के बाद भी रिपोर्ट का इंतजार करना पड़ रहा है। यदि मामले की जांच की गई है तो फिर रिपोर्ट आने में देरी कैसी? रिपोर्ट आने के बाद यह भी गारंटी नहीं है कि इस मामले में किसी तरह की सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि इस मामले में कार्रवाई करने के लिए अफसरों के हाथ पहले से ही कांप रहे है। खैर, इस मामले को लेकर राज्य के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री से शिकायत कर दी गई है। अब देखना यह है कि मंत्री इस मामले में क्या एक्शन लेते है?
राजनांदगांव जिला पत्रकार महासंघ द्वारा बीते दिनों ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया मामले की लिखित शिकायत वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री के अलावा कलेक्टर, एसडीएम, जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक और औद्योगिक स्वास्थ एवं सुरक्षा विभाग के उप संचालक से की है। शिकायत में बताया गया कि राजनांदगांव ममता नगर इंडस्ट्रियल एरिया में सरकारी लीज भूमि पर वर्षों से काबिज उद्योगपतियों की मनमानी चरम पर है। लीज के नियम शर्तों को दरकिनार कर उद्यमियों ने उक्त भूमि पर मकान, शोरूम और गौठान बना रखा है। यही नहीं भूमि को किसी दूसरे उद्यमी को किराए पर देकर लीज धारक मोटा किराया वसूल रहे हैं। शहर के सबसे पॉश कालोनी में प्लास्टिक दाना फैक्ट्री का संचालन बिना किसी फायर सेफ्टी के किया जा रहा है, अन्य फैक्ट्रियों का भी यही हाल है, जिससे भविष्य में अनचाही घटना होने की आशंका बनी हुई है। इसलिए मामले की जांच कराकर मनमानी करने वाले लीज धाकर उद्यमी का लीज निरस्तीकरण की कार्रवाई करवाने की मांग की गई है।
दिखावे के लिए सिर्फ नोटिस
इस मामले को लेकर जब हमने जिला व्यापार एवं उद्योग विभाग और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद संबंधित फैक्ट्री संचालक और लीज धारक को नोटिस भेज दिया गया है। यह नोटिस दिखावे से ज्यादा और कुछ नहीं लग रही है। क्योंकि मामला इतना गंभीर है कि इसमें सीधे कार्रवाई करने की जरूरत है।
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