कान्हा के रंग में रंगा मंदिरों का शहर, गांवों में रही धूम गोविंदाओं ने फोड़ी हांडी, डीजे के धुन में झूमे भक्त
वीडियो : – 04 कठिया में गोविंदाओं ने डीजे की धुन में झूमते हुए मटकी फोड़ी
बेमेतरा: – 31 अगस्त :- जन्माष्टमी पर मंदिरों का शहर बेमेतरा कान्हा के रंग में रंगा रहा। हरे कृष्णा-हरे रामा के जयघोश से माहौल भक्तिमय रहा। बेमेतरा शहर की अपेक्षा ग्रामीणों क्षेत्रों में कृष्णजन्माष्टमी की धूम रही। जहाँ जन्माष्टमी पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। जिले के नवागढ़ , कठिया, बूढ़ाजौंग, सहित अनेक स्थानों में दही हांडी के साथ डीजे की धुन में कृष्ण भक्त जमकर थिरकते नजर आए। भक्तों ने भी परिवार सहित पूजा अर्चना व धार्मिक अनुष्ठान में बढ़चढ़ कर भाग लिया। भक्तों ने घंटों कतारों में लगकर भगवान कृष्ण के दर्शन किए। कोविड के कारण पिछले वर्ष शहर में जन्माष्टमी पर्व फीकी रही, लेकिन इस बार मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने परिवार समेत पहुंच कर कान्हा के दर्शन किए और कोरोना से मुक्ति की कामना की। कान्हा की वेशभूषा में मंदिरों में पहुंचे छोटे बच्चे आकर्षण का केंद्र बने रहे। मंदिरों में शाम छह बजे भजन-कीर्तन का कार्यक्रम शुरू हुआ जो देर रात तक चला। इससे माहौल भक्तिमय बना रहा है। भक्तों ने नाच गाकर कान्हा के जन्म की खुशी मनाई। मंदिर में भगवान श्री कृष्णा को 56 भोग लगाए गए।
मंदिर में हुई विशेष पूजा-अर्चना, लगाया लड्डू का भोग
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बेमेतरा शहर सहित रांका स्थित श्री कृष्ण कर्मा मंदिर कठिया के कृष्ण मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना हुई। इस दौरान काफी संख्या में भक्त शामिल हुए। मंदिर में भगवान श्री कृष्णा को लड्डू का भोग भी लगाया गया। मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। जिसके चलते शहर व गांवों में भक्तिमय माहौल बना रहा। लोगों ने भी काम काज बंद रखे।
राधा-कृष्ण के रंग में रंगे बच्चों ने बनाया माहौल को भक्तिमय लोगों ने घरों में भी कान्हा की पूजा
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर लोगों ने घरों में भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थापित कर सह परिवार पूजा-अर्चना की। इस दौरान छोटे बच्चों को कान्हा के रूप में सजाकर उनकी आरती उतारी। कृष्ण जन्माष्टमी पर घर-घर और गली-गली बड़ी संख्या में पीतांबरी वस्त्र धारण कर राधा-कृष्ण के रंग में रंगे नन्हे- बच्चों ने खूब नृत्य एवं अठखेलियां कर माहौल को भक्तिमय बनाया। शहर से लेकर गांवों में राधा-कृष्ण की आकर्षक पोशाक में सजे बालक-बालिकाओं पर एक नजर पड़ते ही उन्हें निहारते देखे गये।
ये तस्वीर बेरला की है। जहाँ बच्चे माखन चुराते हुए रूप में दिख रहे है।
नाम एक रूप अनेक
कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर घर घर मे राधा कृष्ण बने बच्चे अलग अलग (अनेक)रूपों में नजर आए। कई घरों में ही बच्चों ने हांडी बनाकर फोड़ी। और बाल लीलाओं की सुंदर प्रस्तुति दी।
