राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वाशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय, राजनांदगांव में चल रहे 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “शासकीय सेवकों का परिचयात्मक प्रशिक्षण” प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक एवं सभी कर्मचारियों के लिए आयोजन किया जा रहा है। तृतीय दिवस पर दिग्विजय महाविद्यालय के रजिस्ट्रार दीपक परगनिहा मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित रहे। श्री परगनिहा जी ने बताया कि अवकाश नियम प्रक्रिया क्या है, किस तरह से आप अपने अवकाश कि प्राप्ति, उपभोग, कर्तव्यआधीन रहते हुए उपभोग कर सकते हैं, अवकाश किन परिस्थिति नियम पर कार्य करता हैं एवं उसमे मुख्य रूप से किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए, साथ ही प्रत्येक अवकाश जो घोषित, अघोषित, उनकी कटौती, ग्रहण और दान करने कि नियमावली एवं विसंगतियों पर चर्चा हुई, साथ ही संपूर्ण शासकीय कार्यकाल कितने अवकाश का संचय करना उचित एवं अनुचित होगा इस पर भी चर्चा की गई।
इस आयोजन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर, मानव संसाधन विकास प्रकोष्ठ विभाग की संयोजिका डॉ. अंजना ठाकुर और आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ विभाग संयोजिका डॉ. अनिता साहा तथा महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण, सहायक प्राध्यपकगण, तृतीय –चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीगण अतिथि व्याख्याता उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. सोनल मिश्रा ने किया एवं अतिथि वक्ता को धन्यवाद ज्ञापन डॉ. ए. के. मंडावी ने किया, साथ ही अन्य महाविद्यालय से पधारे अतिथियों ने इस अयोजन का लाभ उठाया जिसमें आत्मानंद मॉडल कालेज सोमनी, संस्कार सिटी कालेज राजनांदगांव, शासकीय महाविद्यालय एल बी नगर डोंगरगढ़ शामिल हुए।

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