राजनांदगांव। विवाहित महिला से छेड़छाड़ के मामले में 4 दिन बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने से लालबाग थाना पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ चुकी है। महिला उत्पीड़न जैसे गंभीर मामले में f.i.r. तो दूर पीड़िता को लिखित शिकायत की पावती देने से भी थाना बल इनकार कर रहा है। ऐसे में लालबाग थाना पुलिस की भूमिका पर संदेह के बादल मंडराने लगे हैं। पीड़ित महिला की माने तो रसूखदार आरोपी को बचाने के लिए पुलिस जानबूझकर मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
पीड़िता के मुताबिक बीते 25 मई को वह अपने खेत में काम कर रही थी इसी दौरान पड़ोस खेत के मालिक ने उसके साथ छेड़खानी की। इस मामले की लिखित शिकायत उन्होंने लालबाग थाने में दी। लेकिन 4 दिन बाद भी मामले में एफआईआर नहीं किया गया। यहां तक की लिखित शिकायत की पावती के देने के लिए भी पुलिसकर्मी इनकार करते रहे।
पीड़िता को थाने में बैठाकर रखा, मीडिया को भी नहीं दी जानकारी
सोमवार शाम को जब मीडिया को मामले की जानकारी हुई तो कुछ मीडिया कर्मी लालबाग थाना पहुंचे। यहां पीड़िता ने बताया कि उन्हें काफी देर से थाने में बैठा कर रखा गया है। जब मीडिया कर्मी ने पुलिस अधिकारियों से पावती देने की बात कही तो उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात करने का हवाला दे दिया। महिला पुलिस अधिकारी ने यह तक कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के अनुसार ही अभी तक मामले में f.i.r. नहीं किया गया है। जबकि महिला संबंधी अपराधों में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश काफी पहले से दिए जा चुके हैं। इसके बावजूद भी मामले में f.i.r. ना करना लालबाग थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है।
