रायपुर। शराबबंदी को लेकर एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल मची हुई है। प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है, लिहाजा छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की कवायद जारी है।
राज्य सरकार घोषणा पत्र में किये वादे शराबबंदी को पूरा करने की तैयारी में है। जिसको लेकर सरकार द्वारा गठित की गई शराबबंदी अध्ययन दल बिहार के लिए रवाना हुई है। बिहार से लौटकर अध्ययन टीम मिजोरम जाएगी. इसकी जानकारी आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने दी है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बताया कि अध्ययन टीम अभी बिहार के लिए रवाना हुई है। बिहार के बाद टीम मिजोरम जाएगी। वहां से आने के बाद अध्ययन टीम सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी।
लखमा ने कहा कि छग में शराब बंदी होगी या नहीं अभी कहना जल्दबाजी होगी। बस्तर के लोग पूजा पाठ में भी शराब का उपयोग करते हैं। बस्तर में शराब बंदी का सवाल ही नहीं उठता। इस दौरान मंत्री लखमा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा शराबबंदी को लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा के लोग झूठ बोलने में माहिर हैं, इसलिए बैठक में नहीं आते और कमेटी में मेंबर नहीं भेजते।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में शराब बंदी को लेकर राज्य सरकार ने कमेटी गठित किया था। इस कमेटी के अध्यक्ष वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा को बनाया गया है।

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