फाइल फोटो
एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव/खैरागढ़
इनदिनों राजनांदगांव समेत नवगठित जिलों में खनिज संपदा की चोरी आम हो चुकी है। क्योंकि वर्षों से विभागीय कुर्सी पर जमे बैठे अफसर कार्रवाई कर सरकारी खजाना भरने के बजाय अपनी जेब गरम करने में लगे हुए। मामला गंभीर तब हुआ जब नवगठित जिले खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में विशाल स्तर पर मुरुम के अवैध उत्खनन का मामला प्रकाश में आया। इस खुलासे ने खनिज विभाग की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा दिया है।
जानकारी अनुसार खैरागढ़-छुईखदान-गंडई क्षेत्र के दनिया और छुईखदान के बीच एडीबी की ओर से बनाई जा रही सड़क में चोरी की मुरुम का इस्तेमाल किया गया है। प्रशासनिक जांच में इसका खुलासा हो चुका है। अवैध उत्खनन तीन साल तक चलता रहा पर जिला खनिज अधिकारी राजेश माल्वे ने कभी कार्रवाई नहीं की। अब अवैध उत्खनन करने वाली कंपनी एनसी नाहर पर सवा 3 करोड़ रुपए जुर्माना लगाने की बात कही जा रही है। कंपनी की ओर से 1 लाख 65 हजार क्युबिक मीटर में अवैध उत्खनन किया गया है।
शिकायत के बाद भी नहीं की कार्रवाई
बता दें कि मुरुम के अवैध उत्खनन मामले को लेकर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायतें की जाती रही है, इसके बावजूद खनिज विभाग के अफसर कार्रवाई करने से बचते रहे और सड़क निर्माण करने वाली कंपनी ने 18 एकड़ सरकारी जमीन पर अवैध उत्खनन कर मुरुम की निकासी कर ली। मतलब साफ है विभागीय मिलीभगत से ही इस काले कारनामे में को अंजाम दिया गया है।
खाई बन गई सरकारी जमीन
ग्रामीणों की ओर से की गई शिकायत के आधार पर जब प्रशासन ने टीम भेजकर जांच कराई तब खुलासा हुआ कि तीन साल से उक्त कंपनी की ओर से दनिया सहित आसपास के गांवों में सरकारी जमीन पर अवैध उत्खनन किया गया। जांच टीम ने देखा है कि उक्त कंपनी की ओर से लोगों की जानमाल के खतरे की परवाह किए बगैर ही जहां मर्जी हुई, वहां पर उत्खनन कर सरकारी जमीन को खाई में तब्दील कर दिया है।
दोषियों के खिलाफ होनी चाहिए कार्रवाई
केसीजी जिले में बड़े स्तर पर मुरुम की चोरी की गई है। खनिज विभाग के अफसरों ने एक बार भी उक्त कंपनी के विरुद्ध सख्ती नहीं दिखाई। ग्रामीणों की माने तो उक्त मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। क्योंकि इस मामले में रोड निर्माण करने वाली ठेका कंपनी के अलावा सामान्य प्रशासन और खनिज विभाग के अफसरों की मिलीभगत रही है।
इधर रेत मामले में दिखावे की कार्रवाई
इधर भर्रेगांव इलाके में शिवनाथ नदी से रेत के अवैध उत्खनन मामले में खनिज विभाग द्वारा दिखावे की कार्रवाई की गई है। मीडिया में मामला उजागर होने के तीसरे दिन विभाग ने ट्रैक्टर ट्राली और कुछ वाहनों को जब्त किया है। जबकि मामले में अवैध उत्खनन करने वाले ठेकेदार व संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए थी। धीरी मामले में भी अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
—————-
कर्णकांत श्रीवास्तव
(B.J.M.C.)
सीनियर जर्नलिस्ट, फाउंडर एंड चीफ एडिटर-एक्स रिपोर्टर न्यूज वेबसाइट, ब्यूरोचीफ-दैनिक सत्यदूत संदेश, मीडिया प्रभारी- जिला पत्रकार महासंघ, राजनांदगांव, विशेष सदस्य-प्रेस क्लब राजनांदगांव।
मो. 9752886730
