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एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव

अवैध प्लाटिंग मामले में नगर निगम की सख्ती सिर्फ तख्ती तक ही सिमट कर रह गई है। अवैध प्लाटिंग करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं की जा सकी है। ऐसे में निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में आ चुकी है।

शहर में कई जगहों पर अवैध प्लाटिंग का खुलासा होने के बाद नगर निगम की ओर से कॉलोनाइजरों द्वारा बनाए गए रोड व नाली को उखाड़ने की कार्रवाई की थी, लेकिन शहर के रिद्धि-सिद्धि कॉलोनी के पास कॉलोनाइजरों द्वारा डेढ़ एकड़ में अवैध प्लाटिंग करने बनाई गई नाली और रोड को निगम ने उखाड़ा नहीं है। जबकि प्लाटिंग कर जमीन को बेचने की तैयारी थी। कॉलोनाइजरों द्वारा यहां पर अवैध प्लाटिंग कर बकायदा रोड व नाली का निर्माण भी किया गया है और जमीन को टूकड़ों में बेचने की तैयारी थी। निगम ने यहां पर जमीन की खरीदी-बिक्री रोक का बोर्ड तो लगा दिया पर आगे की कार्रवाई शून्य है। अन्य जगहों पर अवैध प्लाटिंग का मामला सामने आने पर निगम ने कॉलोनाइजरों द्वारा बनाए गए नाली व सड़क की तोड़फोड़ कार्रवाई कर मटेरियल को जब्त किया था। कार्रवाई को लेकर बरती जा रही ढिलाई से कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।

कार्रवाई नहीं महज खानापूर्ति

जब कभी भी अवैध प्लाटिंग का मामला सामने आता है नगर निगम तख्ती लगाने पहुंच जाती है। जबकि कायदे से संबंधित ठेकेदार या कॉलोनाइजर  पर ठोस कार्रवाई की जानी चाहिए। मगर इस ओर निगम के अफसर शुरू से ढिलाई बरतते आ रहे है। हाल ये है कि कई जगहों पर लगाए गए खरीदी बिक्री प्रतिबंध बोर्ड को उखाड़ दिया गया है। सहीं तरह से कार्रवाई नहीं होने के कारण अवैध प्लाटिंग करने वालों के हौसले बुलंद हो चले है।

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