रायपुर। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर जो कि छत्तीसगढ़ का एक मात्र पत्रकारिता विश्वविद्यालय है। इस बार वर्ष 2022 में हुई पीएचडी प्रवेश परीक्षा में की तरह की धांधली को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन के नाम से लिखित शिकायत किया है। जानिए क्या लिखा है शिकायत पत्र में-
प्रति
उच्च शिक्षा मंत्री, छत्तीसगढ़ शासन रायपुर, छत्तीसगढ़
विषय : – कुशाभाऊ पत्रकारिता विश्व विद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में धांधली के संबंध में शिकायत।
संदर्भ : – विश्वविद्यालय को इस संबंध में की गई अनेक शिकायतें।
महोदय, विश्वविद्यालय में वर्ष 2022 में पीएच. डी. प्रवेश परीक्षा में कई तरह की धांधली की गई है जो निम्न प्रकार से
1. प्रवेश परीक्षा विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित कराने के स्थान पर एक विभाग द्वारा आयोजित कराई गई। जबकि विश्वविद्यालय ही परीक्षा कराने के लिए अधिकृत होता है, ना कि कोई विभाग।
2. विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा पीएच.डी. प्रवेश परीक्षा के दौरान लिखित एवं साक्षात्कार परीक्षा के प्राप्तांक भी घोषित नहीं किए गए, जो की चयन प्रक्रिया की पारदर्शिता के लिए आवश्यक था।
3. पीएच.डी. प्रवेश हेतु जारी चयन सूची में कोई भी प्रतीक्षा सूची नहीं दर्शाती गई। और निर्धारित समय बीतने के बाद अपने चहेते को उपकृत करते हुए प्रतीक्षा सूची का छात्र बताते हुए प्रवेश दिया गया। यह पारदर्शी प्रक्रिया के उलंघन के साथ ही नियम विरुद्ध भी है।
4. जनसंचार विभाग द्वारा पीएच.डी. पाठ्यक्रम प्रवेश आयोजन के संबंध में विद्या परिषद अथवा कार्य परिषद से किसी भी तरह की अनुमति अथवा अनुमोदन प्राप्त नहीं किया गया है।
5. विश्वविद्यालय में केवल जनसंचार विभाग ही ऐसा विभाग है, जहां लिखित परीक्षा में 50 % के अलावा विभागाध्यक्ष ने अपने पास 50 % अंक रखे हैं।
जिससे छात्रों की विवशता हो जाती है, विभागाध्यक्ष के इशारे पर नाचना। इस तरह अंकों के वितरण की व्यवस्था ना तो पत्रकारिता विश्वविद्यालय के अन्य विभागों में है, और ना ही दुनिया के किसी भी विश्वविद्यालय में ऐसी व्यवस्था है।
उपरोक्त सारे तथ्यों से स्पष्ट है कि जनसंचार के विभागाध्यक्ष ने अपने चहेतों को उपकृत करने के लिए चयन प्रक्रिया का दिखावा मात्र किया है, और अपने ही विभाग में पढ़ाने वाले अतिथि प्राध्यापकों औश्र चहेतों को पीएच.डी. प्रवेश के लिए चयनित किया है। इस संबंध में अपनाई गई प्रक्रिया की जांच के संबंध में निवेदन प्रस्तुत है।
कृपया सम्यक जांच हेतु आदेशित करें। जांच में विसंगति मिलने पर तत्काल वर्तमान पीएच. डी. प्रवेश की चयन सूची रद्द करें, ताकि विश्वविद्यालय की छवि पर कोई विपरीत प्रभाव ना पड़े।
आवेदक

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