राजनांदगांव। धान खरीदी वर्ष 2022-23 में धान खरीदी समितियों में जबरियां एक से डेढ़ लाख रुपए की सामग्री पहुंचाने के मामले को लेकर कलेक्टर और जिला सहकारी केंद्रीय बैंक सीईओ से कर दी गई है। अब देखना ये है कि शिकायत मिलने के बाद अफसर इस मामले में क्या कार्रवाई करते है। क्योंकि बीते दिनों किसान सम्मेलन में शामिल होने ग्राम भर्रेगांव पहुंचे सीएम भूपेश बघेल ने मीडियाकर्मियों के सवाल पर आश्वासन दिया था कि यदि इस मामले की लिखित शिकायत की जाती है तो न्याय संगत तरीके से जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। जिसके एक दिन बाद मामले की शिकायत की गई।
गौरतलब है कि इस वर्ष धान खरीदी समितियों में थोक में तिरपाल, रस्सी व अन्य सामग्रियों की सप्लाई की गई है। यह सप्लाई कांग्रेस के एक नेता के कहने पर बिना किसी टेंडर या कोटेशन के दिगर जिले के एक फर्म ने की है। प्रत्येक समिति, केंद्र में एक से डेढ़ लाख रुपए कीमत का सामान पहुंचाया गया है।
जबकि इस बार समितियों को सामानों की जरुरत भी नहीं थी। वहीं सप्लाई किए गए सामग्रियों की गुणवत्ता भी निम्न स्तर की है। सीधे कहे तो कमीशन के चक्कर पर यह पूरा कांड किया गया है। मामला गंभीर इसलिए भी हो चला है क्योंकि धान खरीदी समितियां पहले ही आर्थिक दिक्कतों से दो चार हो रही है। बीते वर्ष सूखत आने पर समिति प्रभारियों को आर्थिक दिक्कतों सामना करना पड़ा था।
सहीं तरह से मामले की जांच होती है तो परत दर परत पूरी जानकारी और खेल समझ में आ जाएगा। लेकिन शिकायत के बावजूद जांच और कार्रवाई को लेकर संशय स्थिति बनी हुई है, क्योंकि सत्ता पक्ष का नेता मामले में शामिल है। बता दें कि इस मामले को एक्स रिपोर्टर न्यूज की ओर से एक्सपोज किया गया है।
