राजनांदगांव। एकलव्य आवासीय विद्यालय में खेल सामग्री खरीदी में हुए व्यापक भ्रष्टाचार और विधान सभा में झूठी जानकारी का सच निलबंन पश्चात् उगलने वाले प्राचार्य लेखराम मात्रा पर ही उंगलियां उठने लगी है क्योंकि जानकार बता रहे है कि उनकी एकलव्य आवासीय विद्यालय में पोस्टिंग ही नियम विपरीत थी।
जिस सिफारिस, जिस अधिकारी के अनुमोदन और जिस अधिकारी के आदेश पर लेखराम मात्रा को ट्रायबल विभाग द्वारा संचालित एकलव्य आवासीय विद्यालय में सीधे व्याख्याता से प्राचार्य के पद पर कार्य करने पदस्थ किया गया था, अब उन्ही अधिकारीयों के खिलाफ लेखराम मात्रा आग उगल रहे है। यदि खेल सामग्री खरीदी में व्यापक स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ था और विधानसभा में झूठी जानकारी प्रस्तुत किया गया था तो इस बात की जानकारी जनहित में निलबंन से पूर्व दिया जाना था। यानि यदि लेखराम मात्रा का निलबंन नही होता तो यह सच कभी सामने नही आता और श्री मात्रा नियम विपरीत एकलव्य आवासीय विद्यालय में प्राचार्य के पद पर मलाई खाते रहते और सभी सविधाओं का लाभ उन्हे मिलता रहता, लेकिन उनके निलबंन ने तो अब उन्हे कंही का नही छोड़ा, क्योंकि वे तो शिक्षा विभाग के व्याख्याता है और प्राचार्य पद पर कार्य करने ट्रायबल विभाग द्वारा संचालित स्कूल में चले गए थे, जिसमें उनकी सहमति भी थी और शिक्षा विभाग ने उन्हे निलंबित कर दिया है। वैसे भी नियम विपरीत नियुक्ति पर लेखराम मात्रा कुछ नही बोल पा रहे है, सिर्फ इतना की कलेक्टर द्वारा उन्हे वहां भेजा गया था।
