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फाेटो:- समितियों में भेजा गया तिरपाल 

एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का पूर्ण हो चुका है। लक्ष्य से अधिक धान खरीदी का रिकार्ड तोड़ने को लेकर सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार वाहवाही लूट रही है। इस बार धान खरीदी के आड़ में कांग्रेसी नेताओं ने भी मोटी कमाई की है। ये बात किसी से छुपी नहीं है फिर भी अधिकारी-कर्मचारी मुंह में दही जमाए बैठे है, जांच या कार्रवाई करना दूर की बात है। राजनांदगांव में एक कांग्रेसी नेता ने वसूली के बजाय इस बार सप्लाई ठेके के जरिए रुपए कमाने का जुगाड़ लगा लिया। जरुरत थी भी नहीं और प्रत्येक धान खरीदी समिति और केंद्र में एक से डेढ़ लाख रुपए का सामान जबरिया पहुंचा दिया गया। विभाजित जिलों को मिलाकर खरीदी केंद्रों की संख्या 100 से अधिक है यानी सीधे एक से डेढ़ करोड़ रुपए की सामान सप्लाई। सत्ता पक्ष के नेता है इसलिए समिति प्रभारियों ने चूं तक नहीं की, लेकिन मामला तब बिगड़ा जब सप्लाई किए गए सामान निम्न गुणवत्ता के मिले।

जानकारी के मुताबिक धान खरीदी से पूर्व व बीच में समितियों द्वारा तिरपाल, रस्सी व अन्य जरुरी सामानों की खरीदी की जाती है। लेकिन इस बार कांग्रेसी नेता के फरमान में दिगर जिले के किसी फर्म से थोक में तिरपाल, रस्सी और अन्य सामानों की सप्लाई कर दी गई। प्रत्येक समिति और केंद्र में एक से डेढ़ लाख रुपए की सामाग्री पहुंचाई गई। संबंधित कंपनी द्वारा जिस तिरपाल की सप्लाई गई है वह निम्न क्वालिटी की है। मतलब जल्दी खराब हो जाएगी। जिस दाम पर सामाग्री की सप्लाई की गई, उससे कहीं कम कीमत में अच्छी व ब्रांडेड तिरपाल मार्केट में मिल जाती है। कांग्रेसी नेता द्वारा किए गए इस कार्य ने पहले से आर्थिक तंगी से जूझ रहे धान खरीदी समितियों पर और दबाव बढ़ा दिया है। ऐसे में इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने की जरुरत है।

समितियों में पहले से मौजूद थे तिरपाल
इस बार मौसम के साथ देने की वजह से समितियों को तिरपाल खरीदने की आवश्यकता नहीं थी। वैसे भी ज्यादातर धान खरीदी समितियों में पहले से ही पर्याप्त संख्या में टिकाऊ तिरपाल मौजूद थी। जरुरत पड़ने पर वे खुद ही खरीद लेते लेकिन कांग्रेसी नेता ने दबाव बनाकर समितियों को गुणवत्ताहीन तिरपाल खरीदने के लिए विवश किया।

बिना टेंडर सप्लाई, अब तक नहीं दिया बिल
सबसे पहले तो बिना किसी टेंडर या कोटेशन के थोक में समानों की सप्लाई की गई, ऊपर से समितियों में सप्लाई की गई सामाग्रियों का अभी तक बिल नहीं दिया गया है। कुछ एक समिति प्रभारी की माने तो बिल अंत में दिया जाएगा, क्योंकि सप्लाई किए गए सामाग्रियों का भुगतान अंत में किया जाता है।

पिछले साल एक-एक समिति से की थी नकद वसूली
गौरतलब है कि जिस कांग्रेसी नेता ने इस बार समितियों में गुणवत्ताहीन सामग्रियों की सप्लाई कराई है, इसी नेता ने पिछले वर्ष 2021-22 में सभी समितियों से नकद रकम की वसूली की थी, जिससे समिति प्रभारियों को आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।

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कर्णकांत श्रीवास्तव
(B.J.M.C.)
सीनियर जर्नलिस्ट, फाउंडर एंड चीफ एडिटर-एक्स रिपोर्टर न्यूज वेबसाइट, ब्यूरोचीफ-दैनिक सत्यदूत संदेश, मीडिया प्रभारी- जिला पत्रकार महासंघ, राजनांदगांव, विशेष सदस्य-प्रेस क्लब राजनांदगांव।

मो. 9752886730
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