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महिला एवं बाल विकास की संयुक्त टीम ने भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों का रेस्क्यू कर भेजा बाल गृह

कवर्धा। छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशानुसार जिला बाल संरक्षण इकाई महिला बाल विकास, पुलिस विभाग, विशेष किशोर, पुलिस इकाई एवं चाइल्डलाइन 1098 द्वारा कार्य योजना के अनुसार संयुक्त टीम बनाकर जिले में किशोर न्याय (बालकों के देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत् देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के पहचान रेस्क्यू एवं पुनर्वास बच्चों को नशे की लत से बचाव भिक्षावृत्ति रोकथाम अपशिष्ट संग्राहक सड़क जैसी स्थिति में रहने वाले बच्चों का चिन्हांकन मोबाइल के लत से बाहर लाने का प्रयास एवं सघन कोरोना टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग आनंद तिवारी के मार्गदर्शन में संयुक्त टीम ने कवर्धा के बस स्टैंड, महामया मंदिर, गायत्री मंदिर चैक, अम्बेडकर चैक, राजमहल चैक, बुड़ा महादेव, काली गार्डन, मेन मार्केट, रेवाबंध तलाब, मिनीमाता चैक, ठाकुर पारा, पैठूपारा, मठपारा विभिन्न स्थानों में जाकर बाल भिक्षावृत्ति व बाल श्रमिक बच्चों के संबंध में सघन भ्रमण कर जानकारी लिया गया। जिसमें दो बच्चे उम्र लागभग 08 से 09 वर्ष के भिक्षावृत्ति करते पाए गए जिन्हें संयुक्त टीम द्वारा रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति समिति कवर्धा के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति द्वारा बच्चों के संर्वोत्तम हित को देखते हुए शासकीय बालगृह भेजने आदेश पारित किया। कार्यवाही के दौरान संयुक्त टीम में सत्यनारायण राठौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी, सुश्री क्रांती साहू संरक्षण अधिकारी, अविनास ठाकुर,  श्यामा धुर्वे एवं  नितीन किषोरी वर्मा, विनय कुमार जंघेल आउटरिच वर्कर जिला बाल संरक्षण इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग, महेश निर्मलकर केंद्र समन्वयक, चित्रा राडेकर, आरती यादव, भूपेन्द्र बघेल टीम मेंबर, चाइल्डलाइन 1098 कबीरधाम एवं दीपक कुम्भकार प्रधान आरक्षक एवं आरक्षक राजेश कुमार पुलिस विभाग से उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग एवं जिला कलेक्टर जन्मेजय महोबे के निर्देशानुसार एवं आनंद तिवारी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में जिला बाल संरक्षण इकाई महिला बाल विकास, विशेष किशोर पुलिस इकाई पुलिस विभाग एवं चाइल्डलाइन 1098 की संयुक्त टीम द्वारा जिले के चारो विकासखण्ड कवर्धा, बोड़ला, पण्डरिया एवं सहसपुर लोहारा के विभिन्न चिन्हांकित स्थानों का निरंतर सघन भ्रमण कर बाल भिक्षावृत्ति रोकथाम, अपशिष्ट संग्राहक सड़क जैसी स्थिति में रहने वाले बच्चों का चिन्हाकंन एवं रेस्क्यू की कार्यवाही करते हुए लोगों को बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन के लिए बच्चों से जुड़े विभिन्न कानून की जानकारी देकर जागरूक किया जा रहा है।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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