राजनांदगांव। सहारा के अभिकर्ता और निवेशक, आज जनदर्शन कार्यक्रम में जिलाधीश के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचें। उन्होंने कहा कि जब सहारा के चार डायरेक्टरों ने जिला प्रशासन को चकमा दे देते हुए फर्जी चेक जमा कर दिया तो आम भोलेभाले जमाकर्ताओं को उन्होंने किस तरह ठगा है, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। उन्होंने जिलाधीश को ज्ञापन सौंपकर चारो डायरेक्टरों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए पांच सितंबर से पहले शिकायतकर्ताओं को उनकी जमा राशि लौटने का अल्टीमेटम दिया अन्यथा इसके बाद वे कलेक्टोरेट के सामने सपरिवार अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे।
अभिकर्ता पूनाराम सिन्हा, शेषनारायण देवांगन एवं अन्य ने ज्ञापन में कहा कि सहारा कंपनी के मालिकों ने जमाकर्ताओं को ठगने का ही काम किया है। और अब तक जिला प्रशासन के अधिकारी भी उनके झांसे में आ गए। चार माह पूर्व सहारा के चार डायरेक्टरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर राजनांदगांव लाया था। तब इन डायरेक्टरों को इस शर्त पर जमानत मिली थी कि वे सहारा के जमाकर्ताओं को उनकी राशि लौटाएंगें। उन्होंने उस समय 15 करोड़ रूपये जिला प्रशासन के पास जमा कराए और जमानत हासिल की थी। बाद में उनका दस करोड़ का चेक बाउंस हो गया। इस तरह इस बार उन्होंने जनता के बाद जिलाधिकारियों को ही ठग दिया। उनकी मांग है कि उक्त जालसाज डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर उनसे जमाकर्ता की राशि लौटाई जाए।
श्री सिन्हा ने कहा कि आगे सितंबर और अक्टूबर में तीज, गणेश पर्व,दशहरा और दीवापली त्यौहार मनाए जाएंगे। लेकिन सहारा के जमाकर्ताओं के पास अपने घर को रौशन करने के लिए भी पैसे नहीं है। इसलिए त्यौहारी सीजन के शुरू होने के पहले पांच सितंबर के पूर्व निवेशकों की जमा राशि लौटाई जाए अन्यथा जिले के समस्त जमाकर्ता अपने परिवार के साथ जिला कार्यालय के सामने धरना शुरू करेंगे और तब तक यहां से तब उठेंंगे जब तक उन्हें अपनी जमाराशि ब्याज समेत नहीं मिल जाती है।

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