बेमेतरा: खुलासा: 5 लाख के इनामी नक्सली जयराम गुरूटी को नहीं आती हिंदी, इसलिए दसवीं के छात्र को अनुवादक(ट्रांसलेटर) बनाकर लाया था बेमेतरा
एके हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती था नक्सली कमांडर,पुलिस ने अस्पताल को किया सील
हॉस्पिटल संचालक प्रवीण साहू को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ कर रही पुलिस
फोटो:- 01 पुलिस की गिरफ्त में नक्सली कमांडर जयराम गुरूटी
बेमेतरा: 11 जून 2022: – बेमेतरा रायपुर रोड स्थित एके मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में इलाज कराने पहुँचे नक्सली कमांडर जयराम गुरूटी (28)को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस दौरान पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए है। जांच में पता चला कि नक्सली कमांडर जयराम को अल्सर की बीमारी है। उसी का इलाज कराने के लिए वह बेमेतरा के निजी हॉस्पिटल में नाम बदलकर भर्ती हुआ था। इस नक्सली के साथ 14 साल का एक बच्चा भी था,जिसे वह अनुवादक(ट्रांसलेटर) बनाकर अपने साथ लेकर आया था।
जांच में पता चला कि नक्सली कमांडर जयराम गुरुटी को हिंदी नहीं आती है। इसलिए अनुवादक के लिए इस बच्चे का इस्तेमाल किया। दसवीं पढ़ने वाले इस छात्र की हिंदी अच्छी हैं कम्प्यूटर की जानकारी भी है। इसी का फायदा उठाकर छात्र को काम दिलाने के बहाने अपने साथ बेमेतरा ले गया। हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती होने पर अनुवादक और अटेंडर के लिए बच्चे का इस्तेमाल किया। मामले का खुलासा होने के बाद इस मसले पर अब पुलिस और भी अधिक अलर्ट हो गई है।
सलधा के पोस्टमैन के नाम पर हुआ अस्पताल में भर्ती
पूछताछ के दौरान और भी चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। नक्सली कमांडर अल्सर का इलाज कराने ग्राम सलधा(बेमेतरा) के डोमार सिंह निषाद के नाम पर अस्पताल में भर्ती हुआ था। इन्वेस्टिगेशन से पता चला कि डोमार सिंह नाम का उस गांव में एक पोस्टमैन है। खास बात यह है कि उसकी पहचान एके हॉस्पिटल संचालक प्रवीण साहू से है। सलधा हॉस्पिटल संचालक प्रवीण साहू का ननिहाल भी है। जहाँ प्रवीण का हमेशा आना जाना लगा रहता था। इसी का फायदा उठाकर उन्होंने अपने परिचित के नाम पर नक्सली को फर्जी नाम से भर्ती किया।
अस्पताल को किया सील, जांच जारी
पकड़े गए नक्सली से हॉस्पिटल संचालक प्रवीण साहू का लिंक तलाशा जा रहा है। बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर एके हॉस्पिटल में दबिश दी गई। जहां शासन को नक्सली के इलाज करने की सूचना नहीं देने व हॉस्पिटल की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर सील करने की कार्रवाई की गई। आगे की कार्रवाई पुलिस कर रही है।
नक्सली के मोबाइल लोकेशन मिलने पर हॉस्पिटल में दी दबिश
बेमेतरा एएसपी पंकज पटेल ने बताया कि नक्सली कमांडर जयराम को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) अंतागढ के मेडिकल ऑफिसर डॉ.सुकेश बट्टे अपनी कार से बेमेतरा लाया था। उसने ही कार से नक्सली को एके मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल बेमेतरा में भर्ती कराया था। खुलासे के बाद पुलिस उस मेडिकल ऑफिसर को भी तलाश कर रही है। हॉस्पिटल संचालक और मेडिकल ऑफिसर की पहले से ही जान पहचान है। जहाँ ऑफिसर ने ही नक्सली को पहचान के नाम से बेमेतरा के निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। क्योंकि उसे पता था कि बेमेतरा से सुरक्षित जगह अन्य जिले में नही मिल पाएगी। साथ ही पुलिस को इस पर संदेह नहीं होगा।लेकिन नक्सली मोबाइल चालू होने के चलते मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस बेमेतरा पहुँच गई।
