आज से खुलेंगें स्कूल…50 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति में होगी पढ़ाई
सर्दी, खांसी, बुखार होने पर कक्षा में नहीं बैठ सकेंगे विद्यार्थी
1 लाख 71 हजार विद्यार्थी होंगे शामिल
बेमेतराः 2 अगस्त : – कोरोनाकाल में करीब 16 महीने से बंद सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूल सोमवार से खुल जाएंगे। जहां सोमवार से कक्षा पहली से लेकर 5वी 8वी, दसवी, बाहरवी कक्षा की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी कक्षा 9 वीं और कक्षा ग्यारहवीं की कक्षाएं खोलने को लेकर आदेश नहीं मिले है, जिसको लेकर अशमंजस की स्थिति बनी हुई है। जिससे यह कक्षाएं नहीं लगेगी। जिसको लेकर पालकों व विद्यार्थियों में नाराजगी है।
शासन ने संक्रमण थमने पर विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसे देखते 2 अगस्त से स्कूल खोलने को लेकर आदेश जारी किए थे।। हालांकि संक्रमण को देखते हुए शिक्षकों द्वारा कोरोना गाइडलाइन का पालन कर स्कूलों में पढ़ाई संचालित कराना होगा। वर्तमान में सभी कक्षाएं 50 प्रतिशत यानी कक्षा में दर्ज संख्या (क्षमता) के आधे बच्चे की उपस्थिति में कक्षाएं लगेगी। शासन ने आदेश में स्पष्ट कहा है कि स्कूली बच्चों को स्कूल भेजने के लिए स्कूल समिति व पालकों की सहमति मिलने पर ही स्कूल बच्चों की पढ़ाई करा सकेंगे। इधर कई स्कूलों के शाला प्रबंधन समिति द्वारा बैठक ली गई। जहां पालकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमति दी है। हालांकि कुछ पालकों में बच्चों को लेकर डर बना हुआ है। इसके अलावा ऑनलाइन कक्षाएं भी नियमित रूप से लगेगी। ताकि बच्चों की पढ़ाई शिक्षा स्तर में सुधार के साथ पढ़ाई प्रभावित न हो सके।
सर्दी, खांसी बुखार होने पर कक्षा में नहीं बैठ सकेंगे विद्यार्थी
स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए रिस्क न लेते हुए सावधानियों के साथ कक्षाए संचालित करने गाइड लाइन जारी किया हैं। अगर किसी विद्यार्थी को सर्दी, खांसी, बुखार की शिकायत मिलती है। तो ऐसे छात्र को कक्षा में नहीं बैठाया जाएगा। साथ ही उनकी स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी। ताकि स्कूल के अन्य छात्र- छात्राएं संक्रमण की चपेट में न आ सके। इसी तरह जिन स्कूलों में कोरोना की पॉजिविटी दर 7 दिनों तक 1 प्रतिशत से कम हो ऐसे ही स्कूल खुलेंगे। अगर बच्चों में पॉजिटिव केस बढ़े तो पूरे स्कूल को कंटेटजोन घोषित किया जाएगा। साथ ही पढ़ाई नहीं होगी।
अधिकांश स्कूलों की नहीं हुई साफ – सफाई
एक्सरिपोर्टर की टीम ने स्कूल खुलने के एक दिन पहले 1 अगस्त को शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों की पड़ताल की तो अव्यवस्थाएं नजर आई। अधिकांश स्कूलों में साफ- सफाई नहीं कराई गई है, न ही सैनिटाइज कराया गया है। जबकि बीते डेढ़ साल से स्कूल बंद रहने के कारण स्कूलों में धूल जम गए है। वही स्कूल परिसर में घास उग आए है। जिसकी स्कूल के शिक्षकों द्वारा साफ- सफाई नहीं कराई गई है। वही कई स्कूलों में मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है। जिससे बारिश होने के दौरान कक्षाओं में पानी टपक रहा है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई न केवल प्रभावित होगी। बल्कि बच्चों में बीमारी फैलने का खतरा बना रहेगा। जबकि शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर कहा है कि स्कूल की बिना साफ- सफाई व सैनिटाइज के नहीं खोलना है। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया। इसी तरह कई स्कूल परिसर में पानी भरा हुआ है।
1 लाख 71 हजार बच्चें होंगे शामिल
2 अगस्त से खुल रहे स्कूलों में सभी तैयारी पूरी होने को लेकर षिक्षा विभाग के अधिकारी दावा कर रहे है। बेमेतरा डीईओ कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस साल कुल 1 लाख 71 हजार 807 विद्यार्थी पहली से लेकर 12 वीं तक अध्ययनरत है। जिसमें कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक 67,283 विद्यार्थी है। इसी तरह कक्षा छठवी से लेकर आठवी तक 17,871 बच्चे शामिल होंगे। वही नवमी व दसवी में कुल 29,272 छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे। इसी तरह हायरसकेंडरी स्कूल में 27381 विद्यार्थी शामिल होंगे। हालांकि इनमें कक्षा नवमी व ग्यारहवीं की कक्षा नहीं लगेगी। शासन से आदेश जारी होने के बाद ही इन कक्षाओं का संचालन शुरू होगा।
शिक्षकों का टीकाकरण जरूरी,नहीं तो स्कूल में नहीं मिलेगा प्रवेश
स्कूलों में प्रवेश से पूर्व शिक्षकों को टीका लगवाना जरूरी है। जो शिक्षक अब तक टीका नहीं लगवाए है। ऐसे शिक्षकों को स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारी जिले में करीब 80 प्रतिशत शिक्षकों द्वारा टीका लगाने का दावा कर रहे है। अधिकारियों द्वारा बचे हुए शिक्षकों को जल्द ही टीका लगवाने के निर्देश दिए गए है। अभी भी कई शिक्षकों ने टीका नहीं लगवाया है।
