राजनांदगांव। जिले के कुछ समितियों में धान का उठाव करने वाले हमालों द्वारा खुजली होने की शिकायत की जा रही है। इसके चलते धान का उठाव भी प्रभावित रहा है। तेंदूनाला व तिलईरवार सहित क्षेत्र के कुछ और समिति प्रबंधकों ने ऐसी शिकायत की है। समिति प्रबंधकों की माने तो यह खुजली शासन द्वारा धान खरीदी केंद्रों में भेजी गई प्लास्टिक बोरियों से इन्फेक्शन के कारण हो रही है। इसके लिए वे हमालों को खुजली की दवाई और प्लास्टिक की बोरियों में शैंपू का स्प्रे करा रहे हैं। इस मामले को लेकर शिवसेना ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच कराने और प्लास्टिक की जगह समितियों में पर्याप्त संख्या में जूट का बारदाना उपलब्ध कराने की मांग की है।
तेंदूनाला समिति के प्रभारी काशीराम साहू ने बताया कि कुछ दिन पहले हमालों में खुजली और दाद की समस्या सामने आई थी। तब हमालों ने धान का उठाव बंद कर दिया था। इसी तरह की समस्या तिलईरवार खरीदी केंद्र में भी सामने आई थी, तो इसके बचाव के लिए हमालों को दवाई देकर प्लास्टिक बोरियों में स्प्रे कराने के बाद समझाइश देकर अब धान का उठाव कराया गया। इस मामले की जानकारी अफसरों को भी दी गई थी, लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई।
इधर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ सुनील कुमार वर्मा ने दावा किया है कि यह खुजली प्लास्टिक की बोरियों के कारण नहीं है, नहीं तो पूरे जिले और प्रदेश के साथ देशभर से शिकायतें सामने आती। सभी जगह कैंप लगाना पड़ता। एकाध समितियों में कोई और कारण से इचिंग की समस्या हुई होगी। समितियों से शिकायत मिलने के बाद इस पूरे मामले को लेकर शिवसेना पार्टी के जिला अध्यक्ष कमल सोनी के नेतृत्व में जिला उपाध्यक्ष मोहन सिन्हा, सचिव केके श्रीवास्तव व विधानसभा अध्यक्ष आकाश सोनी ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर शासन से सोसाइटियों में जूट बारदाने की सप्लाई करने की मांग की है।
