वर्चुअल व्यख्यान पर राजनीति में दबाव समूह की हितों के मध्य होने वाले संघर्षों की चर्चा…
- राजनीति विज्ञान विभाग में ऑनलाइन अतिथि व्यख्यान का आयोजन
- भारतीय राजनीति में दबाव समूह की भूमिका विषय पर विशेष व्याख्यान
- दबाव समूह से अपने हितों के लिए सरकार पर दबाव डालकर के शासन की नीतियों में बदलाव
राजनंदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर के मार्गदर्शन एवं विभागाध्यक्ष डॉ. अंजना ठाकुर के कुशल निर्देशन में अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। विषय विशेषज्ञ के रूप में डागा महाविद्यालय, रायपुर प्राचार्य डॉ. संगीता घई ने भारतीय राजनीति में दबाव समूह की भूमिका पर विशेष व्याख्यान दिया।
डॉ. घई बताया कि दबाव समूह किस तरह से अपने हितों के लिए सरकार पर दबाव डालकर के शासन की नीतियों में बदलाव लाते हैं। डॉ. घई ने दबाव समूह की पद्धतियों पर विशेष बल दिया एवं उनके हितों के मध्य होने वाले संघर्षों की भी चर्चा की। आगे उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल एवं दबाव समूह दोनों में अंतर होता है। राजनीतिक दल चुनाव के माध्यम से शासन सत्ता को प्राप्त करना चाहते हैं परंतु दबाव समूह चुनाव में हिस्सा नहीं लेते हैं न हीं वह शासन सत्ता में भागीदार होना चाहते हैं बल्कि वे शासन पर दबाव बनाकर अपने हितों के अनुकूल नीतियों का निर्माण करवाते हैं।
उक्त आयोजन की शुरुआत प्राचार्य केवल टांडेकर के उद्बोधन से हुई जिसमें उन्होंने डॉ. संगीता घई का स्वागत किया तथा राजनीति विज्ञान विभाग को व्याख्यान हेतु बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर संजय सप्तर्षी तथा धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्राध्यापक प्रोफेसर हेमंत नंदागौरी ने किया।

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