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राजनांदगांव। शिवसेना द्वारा बेरोजगार किसान मोर्चा 5 तैयारी पूर्ण कर ली गई है। छत्तीसगढ़ के युवाओं को रोजगार दिलाने एवं किसानों की मूलभूत जरुरत और जनसमस्याओं को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित की जा रही है।

पूजा, अर्चना कर यह मोर्चा सरायपाली (उड़ीसा बार्डर) से 16 नवम्बर से निकलकर बसना बागबाहरा होते हुए महासमुंद में 17 नवम्बर को पहुंचेगी। जहां मोर्चा का समापन किया जाएगा। समापन के बाद बेरोजगार और किसानों की समस्याओं को लेकर माननीय राजपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा जायेगा।  ज्ञात हो कि इस बेरोजगार किसान मोर्चा की शुरुआत में शिवसेना ने चारामा  से जगदलपुर नगरनार तक और देवरी बागनदी से राजधानी रायपुर तक, बेमेतरा कबीरधाम, मुंगेली से न्याय नगरी बिलासपुर, रायगढ़ से सिमगा तक प्रदर्शन रैली निकाली थी और यह मांग की थी कि उद्योगों में 60 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाया जाए, बाकी 20-20 प्रतिशत जगहों पर अन्य जिले व तकनीशियन की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इस प्रदर्शन से सरकार को यह घोषणा करना पड़ा कि नगरनार प्लांट का निजीकरण नही होगा, अगर निजीकरण हुआ तो छत्तीसगढ सरकार खरीद लेगी। इस सफल कार्यक्रम के बाद शिवसेना ने ऐतिहासिक बेरोजगार किसान मोर्चा निकाली और अब बेरोजगार किसान मोर्चा 5 की तैयारी पूरी कर ली गई है।

प्राकृतिक संपदा भरपूर, उद्योग भी है फिर भी विकास को तरस रहे छत्तीसगढ़िया: प्रदेश महासचिव श्रीवास्तव

शिवसेना के प्रदेश महासचिव राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ प्रदेश में वनाच्छादित है। प्राकृतिक संपदा से भरपूर भूमि है। यहां के रहवासी सही मायने में भूमि पुत्र है। आजादी के बाद से आज तक जैसे विकास छत्तीसगढ व छत्तीसगढियों का होना चाहिए था वैसा हुआ नही। प्रदेश प्रचुर खनिज से भरपूर रहने के बाद भी विकास की बाट जोहता जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ के बहुमुखी विकास के नाम पर बहुत से बड़े-बड़े प्लांट जैसे भिलाई, कोरबा, बालको इत्यादि की नींव डाली गई थी। इसकी नींव के साथ ही छत्तीसगढ के निवासियों में एक आशा की किरण जगी थी कि जब ये सभी संयंत्र चालू हो जाएंगे, तब छत्तीसगढ़ वासियों की बरसों की विकास की चाह और रोजगार की समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। क्योकि इन संयंत्रों में स्थानीय बेरोजगार और जमीन अधिग्रहण के किसानों को कोई रोजगार नही मिला, बल्कि यह संयंत्र सरकारी न हो करके प्राईवेट उद्योगपतियों का हो गया और सारे फायदे पैसे वालों को होने लगे। उपरांत विकास, रोजगार पर उनका अधिकार चलने लगा। ऐसा होने पर छत्तीसगढ निवासी फिर से ठंगे गए। उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया गया। यही वजह है कि शिवसेना ने सरकार के इस जनविरोधी निति से आक्रोशित होकर बेरोजगार किसान मोर्चा की शुरुआत की है। शिवसेना की मांग है कि छत्तीसगढ में रोजगार में 60 अनुपात 20 अनुपात 20 का फार्मूला लागू होना चाहिए। और इसी अनुपात में भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए।

11 सूत्री मांगों को लेकर किया जाएगा जोरदार प्रदर्शन

शिवसेना के जिला प्रमुख कमल सोनी, जिला उपाध्यक्ष मोहन सिन्हा, जिला सचिव कर्णकान्त श्रीवास्तव ने कहा कि बेरोजगार किसान मोर्चो की तैयारी पूर्ण हो चुकी है। शिवसेना की प्रमुख मांग है- 1. गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग , अगर कोई गौ हत्या करता है तो उस पर हत्या का मामला दर्ज हो 2. प्रदेश में लगातार हो रहे धर्मान्तरण का विरोध कर रोकना तथा उनकी घर वापसी कराना 3. शिव सेना छत्तीसगढ़ जिस दिन प्रदेश में सत्ता मे आयेगी प्रदेश के गरीब मजदूर निम्न वर्ग निराश्रित इन सभी वर्गों के लिए शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार व अन्य मूल भूत समस्याओं का निराकरण किया जाएगा इसमे जो भी राशि का लागत आयेगा शिव सेना उसे पूरा करने मे प्रतिबद्ध है 4. प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करना 5. प्रदेश के उद्योगों में स्थानीय बेरोजगार युवको को पहली प्राथमिकता दिया जाए 6. किसानों को उत्तम खाद बीज की उपलब्धता मंड़ी में धान संरक्षण की उचित व्यवस्था , धान का समर्थन मूल्य सरकार के घोषणा के अनुरूप व समय पर हो 7. प्रदेश में बढ़ती मंहगाई : – पेट्रोल , डीजल व रसोई गैस , खाद्य सामग्री की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाई जाए सरकार से मांग है की पेट्रोल / डीज़ल के वैट टैक्स कम करें 8. प्रदेश के सभी टोल नाकों में प्रदेश की गाड़ियों से रोड टैक्स लेना बंद करे 9. प्रदेश के किसानो के धान प्रति एकड़ 15 किंटल से बढ़ाकर 25 किविंटल धान खरीदा जाए साथ ही चना गेहूं सोयाबीन आदि का प्रति किंटल सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर मंडी में ख़रीदा जाए 10. प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में बारदाने की व्यवस्था की जाए 11. आवास योजना के तहत मकान निर्माण करने वाले हितग्राहियों को भुगतान किया जाये। 15 नवम्बर को जिले के शिवसैनिक प्रदेश कार्यकारणी शोभा शंकर त्रिपाठी, जिला ग्रामीण प्रमुख दिनेश ताम्रकार, चन्द्रेश बघेल, भागबली प्रधान, हेमंत सोनी, तपसी यादव, तोरन यादव, भूषण ठाकुर सहित प्रमुख पदाधिकारियों के नेतृत्व में रवाना होगे।

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