IMG-20241026-WA0010
IMG-20241026-WA0010
previous arrow
next arrow

भारतीय की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सरदार पटेल का महत्वपूर्ण योगदान : डॉ. शैलेन्द्र सिंह

  • राष्ट्रीय एकता के शिल्पी थे सरदार पटेल

राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगांव प्राचार्य डाॅ. बी.एन. मेश्राम के मार्गदर्शन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती इतिहास विभाग एवं एन.सी.सी. के संयुक्त सत्वावधान में मनाया गया। प्रारंभ में सरदार पटेल की जीवनी एवं कार्यो पर छात्रगण बुद्धराज एवं स्वरुप देवांगन द्वारा प्रकाश डाला गया। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि भारतीय की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सरदार पटेल का महत्वपूर्ण योगदान है। 1910 में सरदार पटेल ने लंदन से बैरिस्टर की उपाधि प्राप्त की थी। बाद में वे महात्मा गांधी से प्रभावित होकर राष्ट्रीय आंदोलन से जुट गये। भारतीय रियासत के एकीकरण में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

भारत को स्वतंत्रता प्राप्ती के बाद देशी राज्यों की समस्या वास्तव में बड़ी विकट थी। पर सरदार पटेल ने चार-पांच महीने के भीतर 3 रियासतों को छोडकर सभी का भारतीय राष्ट्र में सम्मिलित होने को राजी कर लिया था। प्रो. हीरेन्द्र बहादूर ठाकुर ने कहा कि हैदराबाद, जुनागढ़ और कश्मीर को भारतीय संघ में सम्मिलित करने के लिए सरदार पटेल ने जिस दृढता का परिचय दिया वह इतिहास के पन्नों पर दर्ज है। सरदार पटेल को लौह पुरुष कहा गया उनका जीवन प्रत्येक मनुष्यों के लिए आदर्श उपस्थित करता है। कार्यक्रम का संचालन एम.ए. तृतीय सेमेस्टर के छात्र टोमेश्वर द्वारा किया गया।

By Amitesh Sonkar

Sub editor

error: Content is protected !!