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कबीरधाम अब क्राइमधाम, कम्युनल ( साम्प्रदायिकता) और करप्शनधाम बन गया है- अमित जोगी

एस पी को बर्खास्त करें और गृहमंत्री अपने पद से इस्तीफा दे – सुनील केशरवानी

का हो गय कवर्धा ला.. देखे रहूँ भैया मन. देखे रहूँ गा

जनता कांग्रेस के सुप्रीमो अमित अजित जोगी ने बताया कि कबीरधाम जिले के लोहारीडीह में हुई घटना से साहू समाज ही नहीं, गांववासी ही नही जिलेवासी ही नहीं, वरन पूरा प्रदेश शोकमग्न है।
स्व. शिव साहू की हत्या उसके दुख में स्व. रघुनाथ साहू की हत्या तो दो पक्षों की लड़ाई का परिणाम था. देषपूर्ण निर्णय था, परंतु युवा प्रशांत साहु की मौत शासन प्रशासन के कठोर निर्णय का परिणाम था पुलिस कप्तान की क्रूर नीति घमण्ड – अहंकार द्वेषपूर्ण रवय्या से बीवी बच्चे और भविष्य को बर्बाद कर दिया।

अमित जोगी ने बताया कि पूरे प्रदेश में साहू समाज की नाराजगी भारतीय जनता पार्टी को सहना होगा कवर्धा विधानसभा का विधायक और प्रदेश के गृहमंत्री ने “ला एण्ड आर्डर” का मजाक बन चुका है घटना के शाम को गृहमंत्री का बयान कि लोहारीडीह घटना को अंजाम देने वालो पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी, बयान के बाद ही एसपी पल्लव के निर्देश पर जेल में बंद प्रशांत साहू और साथियों को बेरह‌मी से पीटा गया जिसकी वजह के प्रशांत साहू की मौत हुई।
छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद जिला ही नही पूरे प्रदेश में भय, हत्या बलात्कार जैसे जघन्य अपराध बढ़ते जा रहे है।

– उसके अलावा उन्हों ने घटना क्रम बताया कि कबीरधाम जिले में

घटना- 01

धरमपुरा में चंद्रवंशी व सतनाम समाज के बीच विवाद हुआ जिस पर पुलिस प्रशासन राज्य सरकार आज तक कुछ नहीं कर पाई।

घटना- 02

– नागाडबरा में बैगाओं की मौत को पहले तो पुलिस कप्तान ने गैस सिलेण्डर ब्लास्ट की घटना बताई बाद में संपत्ति विवाद का रूप दे दिया, एक ही घटना के दो बयान पुलिस अधीक्षक के अविवेकी पूर्ण बयान के साथ पुलिसिया कार्यवाही का अनुभवहीन व्यक्ति माना जायेगा वो खुद एक डॉक्टर जो सक्रेट्रिस्ट (दिमाग के डॉक्टर) है मुझे लगता है उन्हें पहले अपना इलाज करना होगा और उन्हें प्रदेश के गृहमंत्री ने अपने विधानसभा का हीरो बनाकर रखा था।

घटना- 03

– बिरकोना के कोमल साहू की संदेहास्पद मौत को परिवार वालो और साहु समाज ने जब हत्या की आशंका जताई तब गृहमंत्री ने आनन-फानन में SIT जांच की घोषणा की जिस पर अब तक कोई निर्णय नही आ पाया है या तो SIT कोमल साहू की हत्या को हल्का केस मानकर ठंडे बस्ते में डाल दी है, या फिर प्रदेश की भाजपा सरकार साहू समाज को वोट बैंक की राजनीति कर उनको अकेला छोड दिये है।

घटना- 04

– जनवरी 2024 में जब जिला नये साल का जश्न मना रहा था. तो दूसरी तरफ साधराम यादव को मृत्यु का शोक उसके घर वाले मना रहे थे, पुलिस अधीक्षक की मोबाइल विडियो खोजी कुत्ता के सुराग न खोज पाने की कमी को दबाने के लिए रोलबाज पुलिस अधीक्षक ने अपने आका मंत्री के निर्देश पर मजबूत वोट बैंक बनाने के लिए मुस्लिम समुदाय के 06 लड़को को मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपी बनाकर जेल भेज दिया, जबकि पुलिस अधीक्षक के पास न सबूत है, ना गवाह, न हथियार बल्कि मुस्लिम लड़को के घर से कपड़ा मंगाकर उनके कपड़ो में साधराम का खून लगाकर सबूत बनाने की कोशिश की थी, सर्व समाज, सर्व यादव समाज 10 दिन तक रैली निकालकर मांग करता रहा की आखिर साधराम की हत्या क्यों की गई…? क्या कारण है…?
परंतु कप्तान किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए इसका मतलब यहीं रहा कि अपने गृहमंत्री को खुश करने, हिन्दू-मुस्लिम करने घटना का दिमागी करण कर समाज में परोश दिया गया।

घटना- 05

लोहारीडीह को ज्वलंत घटना जिसमे साहू समाज के ही दो समूहों में हुये हत्या ने प्रदेश को झकझोर करके रख दिया. पुलिस वालों का निलंबन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की बर्खास्ती के बाद भी साहू समाज संतुष्ट नजर नहीं आया और प्रदेश साहू समाज के एसपी पल्लव की बर्खास्ती की मांग रखी है जिस पर साय-सरकार ने कोई हलचल नही दिखाई है ऐसा न हो प्रशांत साहू की पुलिस कस्टडी में हुई मौत गले की फांस न बन जाये. जो चिंगारी साहू समाज दबाकर रखी है, वो आने वाले समय में भाजपा सरकार की जड़े हिलाकर न रख दे।

लोहारीडीह की घटना की अंजाम को देखकर गृहमंत्री को ये एहसास हो गया है कि जिस तरह उन्होने 03 अक्टूबर 2021 को झण्डा कांड में माहोल बनाकर, विजय हासिल की थी, साधराम यादव हत्याकांड में मुसलमान लड़को को एसपी के माध्यम से आरोपी बनाया था, उस कर्म की विजय शर्मा जी के कृत्य का बदला प्रकृति ने लोहारीडीह घटना से ले लिया, किस तरह गलत कर्म करके, समाज को दूषित शहर-जिला को दूषित किया गया था, उसी तरह उनके कार्यकाल में उनके ही पुलिस कप्तान ने उनके ही विधानसभा में गैर जिम्मेदाराना ढंग से लोहारिडीह के युवा, नाबालिक बालिकाओं,बुजुर्गो को पीट-पीटकर मार डाला यहां तक पता चला है कि महिलाओं को जेल में नग्न करके भी मारा गया तब प्रदेश के गृहमंत्री को समझ आया कि मैने कानून के जानकार को नही सोशल मीडिया पर रील बनाकर वाहवाही लूटने वाले एसपी को जिले का कमान सौंप दिया था. जिसने गृहमंत्री के हथियार से गृहमंत्री के वर्तमान और भविष्य की बलि दे दी।

जिलाध्यक्ष सुनील केशरवानी ने कहा कि क्या लोहारीडीह के आरोपी सिद्ध होने के बाद आरोपियों के घर बुलडोजर चलेगी…?
क्या बिरनपुर के हत्यारों के घर बुलडोजर चलायेगी..? बिरकोना के कोमल साहू के हत्यारों के घर बुलडोजर चलेगी..?

बहरहाल जो भी हो, कवर्धा जिला के राजा की गलती और गलत कर्म के कारण जिला ही नही पूरा प्रदेश में थू-थू हो रही है और कवर्धा के अलावा पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार नाकाम है जिलाध्यक्ष केशरवानी ने कहा तत्कालीन एस पी को बर्खास्त करें और नैतिकता के आधार पर गृहमंत्री इस्तीफा दे। इस बीच जनता कांग्रेस के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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