एक्स रिपोर्टर न्यूज। राजनांदगांव
राज्यपाल के अवर सचिव से नोटिस मिलने के बाद स्वास्थ विभाग के अधिकारियों द्वारा संजीवनी हॉस्पिटल मामले की जांच में फुर्ती लाई गई है।
बीते दिनों लेटर भेजकर पीड़ित को 30 अप्रैल को बयान देने के लिए बुलाया गया था। नोटिस मिलने के बाद दूसरे दिन यानी 25 अप्रैल को ही पीड़ित पक्ष का बयान दर्ज कर लिया गया। महिला से बयान लेने के लिए एक टीम को पीड़ित के घर डोंगरगढ़ भी भेजा गया था। अब बयान के लिए निजी अस्पताल के स्टॉफ को लाइनअप किया जा रहा है।
बयान में पीड़ित रितेश सांगोड़े ने शहर के चिखली में संचालित संजीवनी हॉस्पिटल प्रबंधन पर ऑपरेशन में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अपनी पत्नी विद्या सांगोड़े के किडनी ट्रांसप्लांट कराने और उपचार के दौरान हुई आर्थिक क्षति की भरपाई की मांग की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ. एनआर नवरतन ने कहा कि मांग अनुसार पीड़ित महिला के किडनी ट्रांसप्लांट के संबंध में आवश्यक विचार विमर्श किया जा रहा है।
साथ ही द्वितीय पक्ष से दस्तावेज मंगाए गए है। वहां के डॉक्टर और स्टॉफ से भी बयान लिया जाएगा। इस संबंध में उन्हें सूचना दे दी गई है। जांच की कार्रवाई तेजी से की जा रही है। जांच के बाद ही मामला पूरी तरह से क्लीयर हो पाएगा। बता दें कि रितेश सांगोड़े ने संजीवनी अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए है। उसने बताया है कि प्रसव ऑपरेशन के दौरान अस्पताल के स्टॉफ ने लापरवाही बरती, जिसकी वजह से उसकी पत्नी मल्टी आर्गन फेलियर से जूझ रही है।
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