IMG-20241026-WA0010
IMG-20241026-WA0010
previous arrow
next arrow

एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव

जीवन कॉलोनी के पीछे नगर निगम द्वारा बनाई गई सड़क और बिजली उपलब्ध होने का हवाला देकर बड़े स्तर पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। अवैध प्लाटिंग करने वाले ठेकेदार के पास न रेरा से पंजीयन है और न ही जरूरी परमिशन। स्थानीय पटवारी से सांठगांठ कर बीते कई महीनो से अवैध प्लाट काटा जा रहा है। गंभीर बात यह है कि निगम अफसर को इस मामले की जानकारी होते हुए भी वह खामोश बैठे हुए हैं।

शिकायत के आधार पर पत्रकारों की एक टीम उक्त इलाके का जायजा लेने पहुंची थी। जीवन कॉलोनी से डोंगरगांव रोड पहुंच मार्ग के बीच ब्रह्माकुमारी आश्रम के ठीक पीछे बड़े स्तर पर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। मौके पर मकान भी बनने शुरू हो चुके हैं। मौके पर जाकर जानकारी मिली कि स्थानीय एक फर्म द्वारा अवैध प्लाटिंग की जा रही है। बीते महीने में नगर निगम ने खुद प्लॉट में सड़क का निर्माण किया है। स्थान पर बिजली भी उपलब्ध है।
गौरतलब है कि शासन के द्वारा अवैध प्लाटिंग के मामलों पर सख्ती बरती जा रही है। इसे लेकर राजनांदगांव कलेक्टर द्वारा निगम आयुक्त को आदेशित कर अवैध प्लाटिंग मामलों में शीघ्र अति शीघ्र कार्रवाई करने कहा है। इसके बावजूद अवैध प्लाटिंग मामलों में नगर निगम अधिकारियों की दिलचस्पी नहीं दिखाना समझ से परे है।

पहुंच मार्ग कच्चा, आवागमन में होती है परेशानी

जीवन कॉलोनी से डोंगरगांव रोड पहुंच मार्ग कच्चा है। बड़े-बड़े गड्ढे होने की वजह से लोगों को आवागमन करने में काफी परेशानी हो रही है। दूसरी ओर इसी मार्ग का हवाला देकर अवैध प्लाटिंग की जा रही है। लोगों से अपील है कि उक्त स्थान पर भूमि लेने से बचे। ठेकेदार के बहकावे में ना आए। क्योंकि अवैध प्लाटिंग खरीदने वाले लोगों को कानूनी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। असुविधा होगी वह अलग।

मामले की लिखित शिकायत करेगा पत्रकार महासंघ

इस मामले को लेकर राजनांदगांव जिला पत्रकार महासंघ लिखित शिकायत करने की तैयारी में जुट चुका है। महासंघ के पदाधिकारी द्वारा जल्द ही मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, कलेक्टर, एसडीम और नगर निगम आयुक्त से की जाएगी। पत्रकार महासंघ के पदाधिकारी की माने तो अवैध प्लाटिंग का मामला गंभीर है। राजस्व और नगर निगम के अधिकारियों से साठगांठ कर इन दिनों शहर में जगह-जगह अवैध प्लाटिंग की जा रही है। शिकायत मिलने पर नगर निगम अधिकारी सिर्फ नॉट सेल की तख्ती लगाकर औपचारिकता निभा दे रहे है। संबंधित ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसलिए मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों को करना अनिवार्य हो चला है।

सड़क बना देने से प्लाट वैध नहीं होता: ईई रामटेके

इस संबंध में जब हमने नगर निगम ईई यूके रामटेके से चर्चा की तो उन्होंने साफ कहा कि सड़क बना देने से कोई भी प्लाट वैध नहीं हो जाता है। प्लाटिंग के लिए जरूरी दस्तावेज और अनुमति अनिवार्य है। उक्त इलाके में वैध प्लाटिंग की जानकारी हमें नहीं है। इसका मतलब वहाँ अवैध प्लाटिंग चल रही है।

********

error: Content is protected !!