*कमिशन के चक्कर में भ्रष्टाचार के भेट चढा 5 लाख की नाली*
बोड़ला:— नगर में एक और नगर पालिका में बैठी कका सरकार चुनाव के पहले बड़े बड़े दावे करते नजर आ रही है वहीं 4 साल के भीतर ही बोड़ला नगर की स्थिति मानो ऐसी हो गई है जैसे अंधेर नगरी चौपट राजा। इस सरकार के द्वारा जितनी भी रोड , नाली है और करोड़ के निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं सभी निर्माण केवल नाम मात्र के ही है, चाहे हम रोड का निर्माण की बात करें या नाली निर्माण की सभी केवल नाम मात्र के निर्माण में शामिल होते नजर आ रहे हैं कहीं नाली टूटती नजर आ रही है तो कहीं रोड फटती नजर आ रही है उनमे से एक उदाहरण के रूप में ?
नगर के वार्ड नम्बर 13 की नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। यह रोड 5 लाख की लागत से 130 मीटर अधोसंरचना मद से ठेकेदार द्वारा बनाई गई लेकिन निर्माण के कुछ ही दिनों बाद यह नाली में अभी से बीच से फटने लगी है। नाली में अभी से दरारे दिखने लगी है, जिससे वहां के घर वालो को आवागमन में साथ ही पानी निकलने में परेशानी हो रही है।
खास बात तो यह है निर्माण कार्य काफी घटिया क्वालिटी का होने की वजह से वहां अभी से दरारे नजर आने लगी है। स्थिति यह है कि नाली,सड़क जगह-जगह फटने लगी है साथ ही टूटने भी लगी है। लेकिन नगर पंचायत इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। लाखों रुपये के निर्माण कार्य में गुणवत्ता को दरकिनार कर नाली, सीसी रोड बनाई गई। इसमें वार्ड नंबर 13 की नाली, क्षेत्र की सीसी ,नाली सड़क प्रमुख हैं। नाली निर्माण को अभी कुछ ही दिन हुए थे कि नाली जर्जर होने लगी है और टूटने भी लगी है।
जानकारी के मुताबिक किसी भी सीमेंटीकृत नाली में मुख्य रूप से दो कारणों से दरारे आती हैं। इसमें पहली यदि एजेंसी द्वारा सीमेंट की हेराफेरी की जाए या निर्धारित से कम सीमेंट डाला जाए और दूसरी वहीं नीचे मिट्टी होने की स्थिति बेस तैयार करने के दौरान डस्ट की परत मजबूत न हो। इस मामले में दोनों ही कारणों में लापरवाही बरती गई तभी तो 1सप्ताह भर में नाली खराब हो गई है।
अब देखना यह है कि आला अधिकारी इस ओर ध्यान देते है कि नही? क्या ठेकेदार ऊपर कार्यवाही की जावेगी या नही? संबंधित विभाग के अधिकारी अपने परिचित या जो ज्यादा कमीशन दे ऐसे ठेकेदार को कार्य की स्वीकृति देते है फर्जी निविदा कोटेशन तैयार कर यह सब खेला किया जाता है।

Bureau Chief kawardha