नितिन कुल्हाड़े की खास रिपोर्ट:-
रायपुर। विगत 3 दिनों से छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल मची हुई है किसी से कुछ छिपा नहीं है हर कोई यह जानने का इच्छुक है क्या वाकई में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा ढाई ढाई साल का कोई फार्मूला फिक्स किया गया था या भूपेश समर्थक विधायकों मंत्रियों द्वारा जो दिल्ली में शक्ति प्रदर्शन किया गया क्या वह वाकई अपने नेता से मिलने के लिए किया गया था या ढाई ढाई साल के फार्मूले को विराम लगाने के लिए किया गया था। फिलहाल छत्तीसगढ़ में ढाई ढाई साल के फार्मूले को विराम लगता दिख रहा है आज सीएम भूपेश दिल्ली से रायपुर लौटेंगे और उनके साथ विधायक मंत्री और महापौर का जो दल रायपुर की महापौर एजाज ढेबर के नेतृत्व में दिल्ली गया हुआ था वह भी वापस लौट जाएगा। बघेल खेमे में खुशी की लहर है ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के समर्थन में 55 विधायकों से पत्र भी लिखवाए गए थे। ये पत्र आलाकमान तक भेजे गए। बघेल के नेतृत्व में बेहतर कार्य किए जाने का हवाला पत्र में दिया गया था।
छत्तीसगढ़ आने के निमंत्रण को राहुल गांधी द्वारा स्वीकार कर लिया गया है और अगले हफ्ते राहुल गांधी का छत्तीसगढ़ आगमन हो सकता है । राहुल गांधी को शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न प्रकार के योजनाएं जानकारी दी जाएगी और शायद ढाई ढाई साल के फार्मूले पर विस्तार से चर्चा की जाए ।
सीएम ने दिल्ली में कहा कि मैंने अपने नेता को सब कुछ विस्तार से बता दिया है। राजनीतिक चर्चा के साथ-साथ प्रशासनिक चर्चा भी हुई। अंत में मैंने राहुल गांधी से छत्तीसगढ़ आने का अनुरोध किया। उन्होंने सहर्ष निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। वह अगले सप्ताह यहां आएंगे।
