राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव की राजनीति विज्ञान विभाग में प्राचार्य डॉ. के एल टांडकेर के निर्देशन एवं विभागाध्यक्ष डॉ अजंना ठाकुर के मार्गदर्शन में मानवाधिकार पर मूल्य वर्धित पाठ्यक्रम का शुरुआत की गई। कार्यक्रम की रूपरेखा विभागाध्यक्ष डॉ अजंना ठाकुर ने प्रस्ततु करते हुए बताया कि मानव अधिकार की समझ को बढ़ाने समस्त तथा छात्र एवम् छात्राओं में मानवाधिकार के प्रति जागरूकता लाने के लिए इस पाठ्यक्रम को शुरू किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. के एल टांडकेर कहा कि मानवाधिकार के हनन की समस्या विश्वयापी है जिसे केवल उसके प्रति जागरूकता ला कर ही रोका जा सकता हैं। यह अधिकार मानवीय मुल्य से संबंधित है जो एक दूसरे को सम्मान देना होगा लोग एक दूसरे को समझेंगे भी मानवाधिकार की समस्या हल निकलेगा। विषय विशषेज्ञ के तौर पर शासकीय महाविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के सहा.प्राध्यापक प्रो. अमतृ लाल चद्रभास नेकहा की मानव अधि कार की अवधारणा एवं ऐतिहासिक विकास को बताएं। उन्होंने कहा की मानव अधिकार जन्म से ही इंसान को प्राप्त होते हैं कुछ मानव अधिकारों को संविधान में मौलिक अधिकार के तौर पर शामिल कर लिया गया है।
प्रत्येक नागरिक को यह अधिकार है कि वह उसके उल्लघंन पर न्यायालय की शरण ले सकता है। मानव अधिकार के चार पीढ़ियों की चर्चा की। कार्यक्रम का सचांलन प्रो. सजंय सप्तषि ने किया। कार्यक्रम के अतं मे धन्यवाद ज्ञापन प्रो.हेमतं नदांगौरी के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ के एल टांडकेर, विभागाध्यक्ष डॉ. अजंना ठाकुर, प्रो.सजंय सप्तषि, प्रो.हेमतं नदंगौरी सहित स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

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