City reporter राजनांदगांव: पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश कर रहा शहर से लगा ग्राम पार्रीकला, प्रोफेसर श्रीवास्तव से प्रेरणा लेकर युवाओं ने वर्ष 2012 से की थी पौधरोपण की शुरुआत, पेड़ बनते तक करते है देखरेख, रविवार को हरियाली के अवसर पर औषधीय पौधों का रोपण कर लोगों को किया जागरूक…
राजनांदगांव। जिला मुख्यालय से 5 किमी दूर ग्राम पार्रीकला के न्यू यूथ क्लब के युवाओं ने ग्रामीणों तथा ग्राम पंचायत के साथ मिलकर हरियाली लाने का अनुकरणीय प्रयास किया है। युवाओं ने वर्तमान में शासकीय कमला देवी राठी महिला महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं सोशल इनटरप्रेनयोरशिप, स्वच्छता एवं रूरल इंगेजमेंट सेल के संयोजक डाॅ ओंकार लाल श्रीवास्तव से प्रेरणा लेकर 2011में स्वच्छता व हरियाली के लिए यूथ क्लब की स्थापना की।युवाओं ने प्रोफेसर श्रीवास्तव के मार्गदर्शन एवं सहयोग से 2012 से पौधरोपण शुरू किया।
पौधारोपण करने के साथ ही पेड़ बनते तक युवा एवं ग्रामीण पूरी देखरेख करते हैं।तबसे निरंतर प्रत्येक वर्ष पौधरोपण कर उनका संरक्षण किया जाता है। गांव में अब हर ओर पेड़,पाैधे नजर आने लगे हैं, औषधि पौधे भी लगा रहे हैं ताकि सेहत की सुरक्षा में काम आए
शहर से लगे पार्रीकला के न्यू यूथ क्लब के युवा और ग्रामीण पौधरोपण के मामले में दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं। ये केवल पौधे रोपते नहीं है बल्कि पेड़ बनते तक उसकी सेवा करते हैं। देखरेख के साथ ही सुरक्षा पर फोकस कर उसे पेड़ बनाते हैं। यतालाब के आसपास के एरिया को युवाओं ने ग्रीन बेल्ट बना दिया है। यहां हरियाली और पेड़ों की छांव तले सुकून मिलता है। रविवार को भी युवाओं ने गांव में विभिन्न प्रजाति के 300 पौधे रोपे और इन्हें पेड़ बनाने का संकल्प लिया।
यूथ क्लब के युवाओं ने बताया कि शासकीय कमला देवी महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर एवं स्वच्छता व रूरल इंगेजमेंट सेल के संयोजक डॉ ओकार लाल श्रीवास्तव की प्रेरणा से गांव को हरा-भरा करने का संकल्प लिया है। डॉ श्रीवास्तव पौधरोपण के साथ ही पेड़ बनाने तक देखरेख करने की प्रेरणा देते आ रहे हैं।
युवाओं ने बताया कि गांव के हर हिस्से में पौधे लगाए जा रहे हैं ताकि चारों ओर हरियाली नजर आए और लोगों को स्वच्छ वातावरण मिले। क्लब के सदस्यों ने बताया कि पौधे लगाने के बाद प्राथमिकता के साथ उसकी सुरक्षा पर ध्यान देते हैं। पौधों को जानवरों से बचाने घेरा लगाते हैं। क्लब के सदस्य जिम्मेदारी के साथ रोपे गए पौधों की देखरेख करते रहते हैं।
आज हरियाली अमावस के अवसर पर रविवार को भी महानीम, बेल, जामुन, कचनार , गिलोय, निर्गुण्डी, जारूल ( प्राईड आफ इंडिया) , अमलतास, हरश्रृंगार, आम, बरगद और नीम के पौधे लगाए गए। इस मौके पर प्रोफेसर डॉ श्रीवास्तव ने ग्रामीणेां को नीम पेड़ का महत्व कहा कि महा औषधि है और जीवाणु नाशक है। घर के आसपास लगाने से जीवाणु खत्म होते हैं और परिवार के सदस्य स्वस्थ्य रहते हैं। हरियाली पर्व के लिए इसी कारण से घर-घर में नीम पेड़ की डाल लगाने की परंपरा हमारे पूर्वजों द्वारा लागू की गई है। इसलिए समझदार लोगों को अपने घर के आसपास और सार्वजनिक स्थानों पर पौधरोपण करना चाहिए।
पौधरोपण के दौरान प्रोफेसर डॉ. ओंकार लाल श्रीवास्तव, सरपंच मालती ज्ञानदास रामटेके, उप सरपंच रंजन दास साहू, शिक्षक दिनेश साहू, शिक्षक केडी साहू, पूर्व सरपंच हेमंत प्रसाद साव, अरूण अम्बिलकर, देवी सोनकर, संतोष साहू, पदुम साहू, सेवक यादव, कामनी अम्बिलकर, हेमलता मरकाम सहित अन्य उपस्थित थे। क्लब के अध्यक्ष धनेश्वर साहू, उपाध्यक्ष धनेश साहू, सचिव लच्छू साहू, पूर्व अध्यक्ष अतीश अम्बिलकर, झामेश्वर साहू, योगेश मानिकपुरी सहित ग्रामीणों, महिलाओ, युवाओं और बच्चों की सहभागिता रही।

B.J.M.C.
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