मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य किया : अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं डोंगरगढ़ विधायक श्री भुनेश्वर बघेल
– ग्राम बघेरा में धूमधाम से मनाया गया हरेली का त्यौहार
– कृषि औजारों की पूजा की गई
– खुमरी पहनाकर छत्तीसगढ़ी परम्परा के अनुरूप किया गया स्वागत
– रस्साकसी, गेड़ी, मटका फोड़ जैसे पारंपरिक खेलों का किया गया आयोजन
– समूह की महिलाओं ने लगाया छत्तीसगढ़ी व्यंजनों एवं राखियों का स्टॉल
राजनांदगांव 08 अगस्त 2021। जिले के सभी विकासखंडों में आज हरेली का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। हरेली तिहार के अवसर पर राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बघेरा में अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं डोंगरगढ़ विधायक श्री भुनेश्वर बघेल ने हल, गेड़ी, जोड़ा एवं अन्य कृषि औजारों की पूजा की। डोंगरगढ़ विधायक श्री भुनेश्वर बघेल ने सभी को हरेली की बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढिय़ा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संरक्षित किया है और उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के हर कोने के गांव-गांव में गौठान बनाए गए हैं। गौठान में गायों को रखने के साथ ही चारा, पानी एवं छांव की व्यवस्था की गई है। नरवा के कार्य भी किए जा रहे हैं। जल सरंक्षण को बढ़ावा देने की दिशा में मुख्यमंत्री की सोच के अनुरूप नरवा का विकास करना है। नरवा से खेती के लिए पानी का स्रोत अच्छा रहेगा। हमारा प्रदेश देश में पहला ऐसा राज्य है, जहां गोधन न्याय योजना के तहत दो रूपए की राशि में गोबर क्रय किया जा रहा है। हमारी परंपरा और संस्कृति में गौरा-गौरी के रूप में गोबर की पूजा की जाती है तथा गोवर्धन पूजा में गोबर का टीका लगाया जाता है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ी संस्कृति को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। गोबर के क्रय से महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को आजीविका का साधन मिला है और वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण होने से खेती किसानी में फायदा होगा। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप गांव में उपलब्ध संसाधन का उपयोग करना है।
2 हजार 500 रूपए की राशि में किसानों का धान खरीदा जा रहा है। शीघ्र ही खेतिहर मजदूरों के लिए शासन की नई योजना प्रारंभ होने वाली है। शासन द्वारा कोविड-19 के कठिन समय में बहुत से कार्य किए गए।
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने छत्तीसगढ़ के पहले तिहार हरेली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि पहले गांव एवं शहरों में नारियल फेंक एवं गेड़ी जैसे खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता था। घरों में नीम की पत्तियां लगाई जाती थी। अब हमारी पुरानी परम्परा कम ही दिखाई देती है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की परम्परा को पुनर्जीवित कर आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इस गौठान में विधायक श्री भुनेश्वर बघेल के नेतृत्व में बहुत अच्छा कार्य हुआ है। हमको इस गौठान को आदर्श गौठान बनाना है और शासन की योजना का अच्छी तरह से क्रियान्वयन करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को गेड़ी पर जरूर चढ़ाएं और हमारे आने वाली पीढ़ी को हमारी संस्कृति एवं परम्परा से परिचित कराएं। जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर ने कहा कि गौठान महिलाओं को रोजगार दिलाने की दिशा में उपयुक्त स्थान है। मवेशी के रहने, चारा, पानी, उन्नत नस्ल तथा उपचार के लिए गौठान में कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कदम, नीम जैसे फलदार एवं छायादार वृक्षों का सघन पौधरोपण करें। गौठान में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट से एक ओर महिलाओं को रोजगार मिला, वहीं इस वर्मी कम्पोस्ट से उत्पादित अन्न स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होगा।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं डोंगरगढ़ विधायक श्री भुनेश्वर बघेल, कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा और जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर को खुमरी पहनाकर छत्तीसगढ़ी परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया। इस दौरान आयोजित रस्साकस्सी की रोमांचक प्रतियोगिता में एक ओर जनप्रतिनिधि की टीम एवं एक ओर कलेक्टर की टीम रही। जिसमें कलेक्टर श्री सिन्हा की टीम विजयी रही। गेड़ी, मटका फोड़ जैसे पारंपरिक खेलों का आयोजन किया गया। समूह की महिलाओं ने छत्तीसगढ़ी व्यजनों का स्टॉल भी लगाए गए। जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों ने स्टॉलों का अवलोकन किया। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा भण्डारी, सरपंच श्री हरिश देशमुख, उपसरपंच श्री घनश्याम यादव, एसडीएम राजनांदगांव श्री मुकेश रावटे, उप संचालक कृषि श्री जीएस धुर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजीव देवरस, जनपद सीईओ श्री एसके ओझा, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के श्री उमेश तिवारी, बीपीएम श्री सुशील श्रीवास्तव सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे। विकासखंड क्रीड़ा अधिकारी श्री रणविजय प्रताप सिंह ने खेलों की लाइव कमेन्ट्री की।

B.J.M.C.
Chief Editor
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