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राजनांदगांव/गढ़चिरौली। जिले से लगे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 12 लाख रुपए की ईनामी दो नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली में कोलु ऊर्फ विकास ऊर्फ विनोद ऊर्फ सुकांत पदा उमर 27 साल रा. वक्कुर पुलीस सहायता केंद्र कोयलीबेडा तहसील आरेच्छा जि. नारायणपुर (छ.ग.) और राजे ऊर्फ डेबो जैराम उसेंडी उमर 30 साल रा. जवेली (बु.) तहसील एटापल्ली जि. गढ़चिरौली शामिल है।
आत्मसमर्पीत नक्सली के संबंध में जानकारी देते हुए गढ़चिरौली पुलिस के आला अफसरों ने बताया कि कोलु ऊर्फ विकास ऊर्फ विनोद ऊर्फ सुकांत पदा
नक्सली की कार्य अवधी
1) कोलु पदा माह-सितंबर- 2010 मे प्रतापपुर दलम सदस्य पद पर भरती हुआ था ।
2) माह-नवंबर 2011 से नवंबर 2017 तक वह सीसीएम सुधाकर गार्ड के रुप में कार्यरत था।
3) माह-जुलाई 2017 सें दिसंबर 2021 तक कंपनी नं.10 में वह सेक्शन कमांडर पदपर काम कर रहा था।
कार्यअवधी मे दर्ज अपराध
1) कोलु पदा पर 03 खून 07 मुठभेड 01 डकैती के ऐसे कुल 11 अपराध दर्ज है।
2) नक्सल में काम करते हुए उनसे भिन्न जगहों पर 03 घात लगाए थे।
3) छत्तीसगढ़ के ग्राम अवालवरसे (छ.ग) महाराष्ट्र के ग्राम झारेवाडा, येलदळमी, पोयारकोटी इस अॅम्बुश में और उड़ीसा राज्य के ग्राम गंुडापुरी, कंजेमझरी, चुरमेट्टा में वह शामिल था।
4) गढ़चिरौली जिले के पुलिस सहायता केंद्र कोठी क्षेत्र के मौजा पोयारकोठी जंगल क्षेत्र में उसने लगाए हुए घात से साल 2020 में 1 पुलिस अधिकारी और 01 पुलिस जवान शहीद हो गए थे।

राजे ऊर्फ डेबो जैराम उसेंडी
नक्सली की कार्य अवधी
1) माह फरवरी 2011 में कसनसुर दल में सदस्य रुप में भरती हुई थी।
2) सितंबर 2012 से दिसंबर2021 तक कंपनी नं.10 में सदस्य के रुप में अब तक कार्यरत थी।
3) गढ़चिरौली जिले के पुलिस सहायता केंद्र कोठी क्षेत्र के मौजा पोयारकोठी जंगल क्षेत्र में उसने लगाए हुए घात से साल 2020 में 1 पुलिस अधिकारी और 01 पुलिस जवान शहीद हो गए थे।
कार्यअवधी मे दर्ज अपराध
1) राजे उसेंडी पर 01 खुन 04 मुठभेड 01आगजनी के कुल 06 अपराध दर्ज है।
2) साल 2019 में ग्राम मुसपर्शी के साईनाथ तव्वे की हत्या में वह शामिल थी।

दोनों ने आत्मसमर्पण करने की वजह
1) नक्सल के वरिष्ठ माओवादियों व्दारा महिलाओं और बच्चो के साथ दुव्र्यवहार किये जाने के कारण।
2) जंगल में दलम के साथ दुर–दुर तक पैदल चलना पड़़ता हैं।
3) नक्सलीयों के लिए जन समर्थन की कमी के कारण।
4) दलम में भारी बोझ उठाने का काम सिर्फ महिलाओं को दिया जाता हैं, उनको अन्य मसलों मे सामिल नही किया जाता.
5) दलम में नसबंदी और पति-पत्नी को दुसरे दलम में अलग-अलग रखने के कारण
6) पुलिस बल के भारी मात्रामें नक्सल विरोधी अभियान के कारण
7) वरिष्ठ संवर्ग और कनिष्ठ संवर्ग के बीच बुनियादी सुविधाओं के लिए भेदभाव किये जाने के कारण।
8) वरिष्ठ माओवादीयों व्दारा चिकित्सा व्यय भुगतान न करने के कारण।
9) उन्होने कहा की महाराष्ट्र सरकार की सरेंडर योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।

महाराष्ट्र सरकार व्दारा घोषित पुरस्कार

1) महाराष्ट्र सरकार ने ने कोलु पदा पर 8 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी।
2) राजे उसेंडी इसपर 04 लाख रूपयों का इनाम घोषित किया गया था।

आत्मसमर्पण के बाद सरकार की ओर से मिलनेवाले पुरस्कार

1) आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए सरकार की ओर से कोलु पदा के लिए 3.50 लाख रुपयों का इनाम घोषित किया गया है ।
2) आत्मसमर्पण के बाद पुनर्वास के लिए राजे उसेंडी को 2.50 लाख रुपयों का इनाम घोषित किया गया है।
3) पती-पत्नी के एक साथ आत्मसमर्पण करने पर अतिरिक्त 1.50 लाख रुपये ऐसे कुल मिलाकर 7.50 लाख रूपये और सरकार के अन्य योजनाओ का लाभ मिलनेवाला है। साथ ही सरकार की अन्य योजनाओंका लाभ भी दिया जाएगा।

गढ़चिरौली जिला पुलिस बल के द्वारा प्रभावी नक्सली विरोधी अभियान चलाने के कारण साल- 2019 से 2022 साल में अब तक कुल 47 नक्सलीयों ने आत्मसमर्पण किये और सन- 2022 इस चलते साल में कुल 02 चरमपंथी नक्सलीयों ने आत्मसमर्पण किया है। विकास कार्य में बाधा पहुचानेवाले नक्सलीयों को मुहतोड जवाब देने के लिए पुलिस सक्षम है। हिंसा का मार्ग छोडकर अहिंसा का मार्ग अपनाने के लिए विकास की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए और लोकतंत्र में सम्मान जनक जीवन जिने के लिए इच्छुक नक्सलीयांे को गढचिरौली पुलिस बल पुरी ताकत के साथ सहयोग करेगा। इसलिए राह भटके हुए नक्सलियों को मुख्यधारा में शामील होकर शांततापुर्ण जीवन बिताने के लिए आत्मसमर्पण करने का आव्हान पुलिस अधीक्षक गढचिरौली अंकित गोयल नेे किया है।

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