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रायपुर/अंबिकापुर। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के द्वारा सरगुजा जिले के अंबिकापुर गांधी चौक बीते 6 मई को आयोजित जेल भरो आंदोलन में पूरे प्रदेश के पत्रकार इकट्ठा हुए और छत्तीसगढ़ सरकार से अपनी जायज मांगों को रखें जिसमें पहला मांग (१)पत्रकार सुरक्षा कानून लागू हो (२)छत्तीसगढ़ में फर्जी f.i.r. पत्रकारों पर बंद हो (३) पत्रकार पर फर्जी एफ आई आर साजिश के तहत जेल में बंद है उन्हे निशर्त रिहा किया जाए (४)पत्रकारों का शोषण बंद हो। इन्ही मांगों को लेकर इस आंदोलन का नाम जेल भरो आंदोलन रखा गया और सभी पत्रकार इस जेल भरो आंदोलन में अपना समर्थन दिए और एसपी ऑफिस में गिरफ्तारी देने पहुंचे। लेकिन पुलिस प्रशासन गिरफ्तारी से इंकार कर दिया। पुलिस प्रशासन को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया गया। जिसमें प्रदेश में पत्रकारों पर प्रताड़ना पर संज्ञान लेने एव पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने प्रदेश सरकार को आदेश देने की बात कही।

अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द शर्मा ने भूपेश सरकार को अपना वादा याद दिलाया कि भूपेश बघेल ने कहा था कि सरकार बनने पर पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करेंगे। लेकिन सरकार को 4 वर्ष होने जा रहे लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर रही है यदि भूपेश सरकार इस विधानसभा सत्र के पहले सुरक्षा कानून लाने की बात नही करती है तो आने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में प्रदेश के पत्रकार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।

सरकार की वादाखिलाफी पर वरिष्ठ पत्रकार स्वर्णकार ने जमकर किया प्रहार

धरना प्रदर्शन को सबसे पहले राजनांदगाँव से अपनी पूरी टीम के साथ आये वरिष्ठ पत्रकार कमलेश स्वर्णकार ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 15 साल भाजपा की सरकार रही तब भी पत्रकारो के ऊपर जानलेवा हमला हुए। कई पत्रकार की मौत हो गई। बहुत से जिलो मे पत्रकार लगातार पुलिस प्रताड़ना का शिकार हुए। उस समय भी खनिज माफिया, भूमाफिया कोल माफिया ने पत्रकारो के कलम की ताकत को दबाने सरकार के साथ मिलकर फर्जी f.i.r. भी करवाये बगैर जांच विवेचना के पत्रकारो को गैर जमानती धाराओ के तहत जेल मे बन्द कर दिया और आज भी कांग्रेस की सरकार मे यही सब हो रहा है दोनो सरकार मे कोई अंतर नही दिखता। पत्रकारो के मामले को लेकर अपने क्रांतिकारी अंदाज मे श्री स्वर्णकार ने कहा कि राजधानी मे बहुत ही जल्द एक बैठक आयोजित की जायेगी, जिसमे प्रदेश मे पत्रकारो के जीतने भी संगठन बने हैं उन संगठनों के सभी साथियो को बुलाकर पत्रकार एकता दिखाकर सरकार को पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने के लिए जोर डाला जाएगा।

धरना स्थल पर पहुंचे भाजपा के दिग्गज नेता

पत्रकारों के धरना स्थल में भाजपा के दिग्गज नेता राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम पहुंचे और पत्रकारों के धरना प्रदर्शन का खुलकर समर्थन किया, नेता आलोक दुबे, पूर्व सांसद कमलभान सिंह, अखिलेश सोनी, नेता समाजसेवी सीताराम भास्कर, पूर्व जिला पंचायत सदस्य,जयनाथ केराम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय अध्यक्ष ने भी खुलकर पत्रकारों का समर्थन किया। पत्रकारो की जायज मांगों पर सरकार को चेताया कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है वो सही नहीं है। भाजपा के कद्दावर नेता रामविचार नेताम ने पत्रकारों का समर्थन करते हुए राज्यसभा संसद में भी आवाज उठाने की बात कही और छत्तीसगढ़ के विधानसभा में भी भाजपा के नेता सरकार को घेरने काम करेंगे और प्रश्न करेंगे पत्रकार देश के लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है पत्रकारों के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिए और पत्रकारों को सभी जायज मांगों को सरकार को माननी चाहिए जिन्होंने अपने घोषणापत्र में वादा किए थे कि हम पत्रकार सुरक्षा लागू करेंगे उल्टा पत्रकारों पर फर्जी एफ आई आर कर चौथे स्तम्भ को दबाने का प्रयास कर रही है । आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार ने पर प्रदेश के पत्रकारों पर हुई एफआईआर की जांच की जाएगी दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही भी की जायेगी और पत्रकार सुरक्षा कानून भी लागू करेगी।
संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राकेश परिहार, राष्ट्रीय महासचिव महफूज खान ने भूपेश बघेल को याद दिलाया की ये वही पत्रकार है जिनके बलबूते कांग्रेस ने अपनी सरकार छत्तीसगढ़ में बनाई है यदि पत्रकार सुरक्षा कानून की जायज मांग पूरी नही की जाती तो यही पत्रकार होंगे जिनके चलते आपको सत्ता भी गंवानी पड़ी सकती है , राष्ट्रीय नेतृत्व छत्तीसगढ़ के पत्रकारों के साथ है आने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में होंने वाले धरना में देश के अन्य राज्यो के पत्रकार भी शामिल होंगे।

प्रदर्शन करने प्रदेशभर से पहुंचे 300 से अधिक पत्रकार

धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप राजनांदगांव से आए वरिष्ठ पत्रकार कमलेश स्वर्णकार, कर्णकान्त श्रीवास्तव, दीपक साहू कोरबा,राजेश सोनी सूरजपुर, सुशील बखला अम्बिकापुर, प्रवीण निशी मनेंद्रगढ़, रमेश वशिष्ठ बैकुंठपुर, शैलेन्द्र सिंह बलरामपुर, रवि रजक,विनोद नामदेव,नाहिदा कुरैशी, रायपुर,सुधीर तम्बोली ,राजन सोनी सरगुजा,नरेश चौहान सारंगढ, ज्ञानेश तिवारी,गोविन्द तिवारी गरियाबंद उपस्थित रहे और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करवाने आवाज बुलंद की। अम्बिकापुर के धरना एवं जेल भरो आंदोलन में प्रदेश के तीन सौ से अधिक पत्रकरो ने पहुच कर समर्थन दिया। आगे होने वाले विधानसभा सत्र के पहले राजधानी में होने वाले आंदोलन में इससे अधिक संख्या के साथ राजधानी पहूँच कर भूपेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की बात कही।

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