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भोरमदेव की प्रबंध कारिणी के सह सचिव बृजलाल अग्रवाल ने मंत्री अकबर को धन्यवाद ज्ञापित किया

कवर्धा। जिला खनिज संस्थान न्यास के अंतर्गत वार्षिक कार्यों के अनुमोदन में क्षेत्रीय विधायक एवं केबिनेट मंत्री मो. अकबर जिला कलेक्टर रमेश शर्मा की पहल पर भोरमदेव मंदिर एवं आस पास हेतु 21,500000/- रुपये के अनुमोदन पर भोरमदेव की प्रबंध कारिणी के सह सचिव बृजलाल अग्रवाल ने धन्यवाद देते हुए कहा कि भोरमदेव के इतिहास में इतनी बड़ी राशि एक मुश्त स्वीकृत पहली बार की अतः उक्त राशि के उपयोग भोरमदेव मंदिर के सामने स्थित सरोवर एवं सौन्दर्य करण पर व्यय किया जाना उचित होगा चुकी इस सरोवर से वर्षा का जल सीपेज होते हुए गर्मी में सरोवर सुख जाता है एवं बोरवेल्स से पानी भरा जाता है | अतः इस सरोवर के जल रिसाव को बंद करने समिति ने अनेक बार शासन का ध्यान आकृष्ट कराया फलस्वरूप 11,000,00/- रुपये राशि जल संसाधन विभाग ने सरोवर के बंड पर पीचिंग की गई किन्तु जल रिसाव यथावत रहा |
वर्ष 2012 मे पुनः समिति की पदाधिकारी माननीय राज्यपाल महोदय शेखर दत्त से राज भवन में चर्चा की उन्होंने तत्काल जल संसाधन विभाग के अधिकारी को फोन कर सरोवर के बंड में सीमेंट ग्राउटिंग कर जल रिसाव रोकने का सुझाव दिया विभाग द्वारा इस्टिमेट बनाकर भेजा किन्तु आज तक न ही राशि स्वीकृत हुई न ही कार्य हुआ अतः आवश्यकता है पुन इस कार्य हेतु नया सर्वे कर इस्टिमेट के अधार पर कार्य कराया जाये जीसे सरोवर की सुंदरता बढ़ेगी इस सरोवर का अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा है | इसकी सिंचाई क्षमता 25 एकड़ जल संसाधन विभाग के अनुसार है | पुरानी एवं किवदन्तिम के अनुसार यहा 100 पंखुड़ी के कमल खिलता था जो कि अन्य कहि देखने को नहीं मिलता था इसके अतिरिक्त मेला अवसर पर इस तालाब से भोजन बनाने पकाने को बर्तन निकालते थे पश्चात उसी में वापस डालते थे जो कालांतर में बंद हो गये अतः कमिटी के पदाधिकारियों ने पुनः अनुरोध किया है कि पर्यटन की सुंदरता हेतु प्राथमिकता दी जानी चाहिए |
इसके अतिरिक्त इसी सरोवर से लगा हुआ एवं लक्ष्मण झूला के पास स्थित टेकरी को विकसित करने आवश्यकता है, चूंकि 22 वर्ष पूर्व इसे विकसित करने के लिए 2,00,000/- रुपये का कार्य हो चुका था, जिसमे भगवान शिवशंकर की प्रतिमा एवं अन्य कार्य सम्मिलित है। यह स्थान यंहा श्रद्धालुओ के लिए आराम हेतु उचित है।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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