तनाव भरी जिंदगी में हार्टफूलनेस मेडिटेशन का बहुत ही महत्व
हार्टफूलनेस रिलैक्सेशन एवं मेडिटेशन कार्यशाला का आयोजन
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा प्राचार्य डॉ. के. एल. टांडेकर के मार्गदर्शन में एवं कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर नूतन देवांगन एवं प्रोफेसर संजय देवांगन के नेतृत्व में 6,7 एवं 8 जनवरी 2022 को तीन दिवसीय हार्टफूलनेस रिलैक्सेशन एवं मेडिटेशन कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिन का शुभारंभ संस्था के प्राचार्य द्वारा किया गया। कार्यशाला के प्रथम दिन ध्यान के माध्यम से मन में उठने वाले विभिन्न विचारों को केंद्रित करना तथा नकारात्मक विचारों को दूर करना सिखाया गया। कार्यशाला के द्वितीय दिवस में ध्यान के माध्यम से मन व आत्मा की सफाई कर प्राणाहूति करना बताया गया तथा कार्यशाला के तीसरे एवं अंतिम दिन प्रार्थना का महत्व व प्रार्थना के माध्यम से मन व विचारों को परमात्मा के साथ जोड़ना सिखाया गया। प्राचार्य डॉक्टर के. एल. टांडेकर ने तीन दिवसीय कार्यशाला की तारीफ करते हुए विद्यार्थियों को कहा कि इस तनाव भरी जिंदगी में हार्टफूलनेस मेडिटेशन का बहुत ही महत्व है, और हमें प्रतिदिन ध्यान करना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर नूतन देवांगन सर एवं आभार प्रदर्शन प्रोफेसर संजय देवांगन ने किया।
इस तीन दिवसीय कार्यशाला में हार्टफूलनेस रिलैक्सेशन व मेडिटेशन संस्था के जोनल इंचार्ज डॉ एच. डी. देशमुख, एवं अन्य सदस्य विजय अय्यर, प्रीति झा, शिरीष साव, गोविंद नामदेव, श्री मनोहर जायसवाल, श्री चुन्नी लाल देवांगन जी के सहयोग से कार्यशाला संपन्न हुआ। कार्यशाला के सफल आयोजन में डॉ. अनिल मिश्रा (प्राध्यापक भूगोल) एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के वरिष्ठ स्वयंसेवक भागवत वर्मा, मनीष टांडेकर, कु. सोनल वर्मा, बलेश्वर, कुलदीप टंडन, यश साहू एवं लोकेश्वर का विशेष योगदान रहा एवं इस तीन दिवसीय कार्यशाला में कुल 120 स्वयंसेवक लाभान्वित हुए।

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