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एक्स रिपोर्टर न्यूज़ । राजनांदगांव

जिला मुख्यालय से लगे ग्रामीण इलाकों में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण का काला खेल लंबे समय से चल रहा है। शासन प्रशासन की नाक के नीचे भू माफिया सरकारी जमीन को टुकड़ों में बांटकर बेच रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत राजा भानपुरी के आसपास सामने आया है। राजा भानपुरी के ही एक भूमाफिया ने यहां खाली पड़ी सरकारी जमीन को किसानों को यह कहकर बेच दिया कि यह जमीन उसकी अपनी है। किसान भी झांसे में आकर जमीन की खरीदी कर ली और वर्तमान में जमीन पर खेती की जा रही है। कई एकड़ सरकारी जमीन को बेचने का यह एक गंभीर मामला है, राजस्व विभाग इस मामले में जांच करता है तो कई महत्वपूर्ण तथ्य और गड़बड़ी उजागर हो सकती है।

जानकारी मिलने पर मीडिया कर्मियों की टीम मौका मुआयना करने पहुंची थी। यहां पर देखा गया कि शासकीय भूमि खसरा नंबर 56 कुल रकबा 11 हेक्टेयर और खसरा नंबर 49 कुल रकबा 0.5950 हेक्टेयर पर लंबे समय से धान की खेती की जा रही है। पता चला कि राजा भानपुरी के ही एक व्यक्ति ने यह जमीन किसानों को बेची है। कुछ किसानों को 8 से 10 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से रेघ में भूमि दी जा रही है।

लंबे समय से चल रहा खेल राजस्व अफसर अपने में ही मस्त
मौके पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि इलाके के सरकारी जमीन को बेचने का खेल लंबे समय से चल रहा है। इस खेल में राजस्व विभाग की मिलीभगत है। तभी तो अभी तक राजस्व विभाग की ओर से मामले की जांच करना तो छोड़ मौका निरीक्षण तक नहीं किया गया। लचर प्रशासनिक कार्यप्रणाली का फायदा उठाकर भू माफिया बड़े आसानी से काले कारोबार को अंजाम दे रहे हैं।

हाल ही में डोंगरगढ़ में सामने आया मामला
हाल ही में डोंगरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत बेलगांव अछोली में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण का मामला सामने आया है। यहां कुछ वर्ष पहले भू माफियाओं ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और फिर अवैध प्लाटिंग कर लोगों को जमीन फर्जी तरीके से बेची थी। हाल ही में एक गैर सरकारी संगठन द्वारा किए गए जांच में मामले का खुलासा हुआ है जिसके बाद राजस्व विभाग कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहा है। अब देखना यह है कि राजनांदगांव के अफसर मामले में कार्रवाई करते हैं कि नहीं?

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