राजनांदगांव। लंबित वेतन वृद्धि और नियमितीकरण सहित 18 सूत्रीय मांग को लेकर आगामी 22 और 23 जुलाई को संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर रहेंगे। संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से अस्पताल और विभाग में स्वास्थ्य व्यवस्था और कार्य प्रभावित रहेंगे। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
हड़ताल पर जाने से चार दिन पहले ही स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने-अपने कार्यालय के मुख्य अधिकारी को सामूहिक अवकाश को लेकर आवेदन दे दिया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से संविदा कर्मी अखिलेश नारायण सिंह, वंदना कोसरिया, हेमंत साहू और अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि विधानसभा सत्र 2023 के अनुपूरक बजट में राज्य के 37 हजार संविदा कर्मचारियों हेतु मुख्यमंत्री ने 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि की घोषणा की थी। जो कई विभागों को प्राप्त हो चुका है किंतु प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के कर्मचारी आज लगभग एक साल बीत जाने के पश्चात भी इससे वंचित हैं। साथ ही कर्मचारी हित मे 18 सूत्रीय मांगें जो लंबे समय से लंबित हैं। जिसके सम्बंध में दिनाँक 08.07.2024 तक मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री सहित अन्य कई मंत्री गणों, सांसदों और विधायको को 24 बार भेंट कर ज्ञापन दिया जा चुका है। परन्तु आज पर्यंत तक इस पर कोई कार्यवाही नही हुई। जिससे कर्मचारियों में निराशा है। ऐसे में शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने हेतु छत्तीसगढ़ प्रदेश एन एच एम कर्मचारी संघ ने दिनाँक 22 तथा 23 जुलाई 2024 को रायपुर में दो दिवसीय राज्य स्तरीय ध्यान आकर्षण प्रदर्शन का आव्हान किया है। इसलिए सभी एन एच एम कर्मचारी उक्त प्रदर्शन में सम्मिलित हो रहे हैं जिस कारण 22 एवं 23 जुलाई 2024 को सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।
हड़ताल के दौरान प्रभावित होंगे यह कार्य
जानकारी अनुसार संविदा कर्मियों के हड़ताल पर जाने से प्रबंधकीय कार्य, रिपोर्टिंग, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, ओपीडी, आईपीडी पोषण पुनर्वास केंद्र, एनसीडी, आरबीएसके, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, राष्ट्रीय कार्यक्रम टीवी टेस्ट, दवाई वितरण, मलेरिया, गर्भवती महिलाओं का रूटीन टेस्ट, एचआईवी एड्स टेस्ट एवं काउंसलिंग, डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम प्रभावित रहेंगे। जिससे मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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