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  • कोयला घोटाला मामले में भूपेश बघेल सरकार के तीन विभागों पर ED की रेड, बिफरी कांग्रेस

Raipur । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोयले पर कथित अवैध लेवी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को छत्तीसगढ़ सरकार के तीन विभागों से जुड़े कार्यालयों पर रेड मारी है। छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि ईडी के अधिकारी नवा रायपुर के इंद्रावती भवन स्थित कार्यालयों में पहुंचे हैं। इन कार्यालयों में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के इस एक्शन को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से की गई कार्रवाई करार दिया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ईडी के अधिकारी नया रायपुर में श्रम, सिंचाई और पर्यावरण विभाग के कार्यालयों की तलाशी ले रहे हैं। इससे पहले सोमवार को ईडी ने कांग्रेस के आठ नेताओं से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी। इसको लेकर कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन भी किया था।

ईडी की यह कार्रवाई ऐसे समय देखी जा रही है जब रायपुर में कांग्रेस का 24 से 26 फरवरी तक महाधिवेसन आयोजित होने वाला है। इसमें 15,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस नेताओं के परिसरों पर इन छापों को राजनीति से प्रेरित बताया था।

बघेल ने कहा था कि भाजपा राजनीतिक विरोधियों की आवाज को कुचलने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उनका (भाजपा का) इरादा रायपुर में कांग्रेस के आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन को प्रभावित करना है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के आम चुनावों के संबंध में चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन में पार्टी अपनी भावी रणनीति को भी तय करेगी।

वहीं प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि उनकी छानबीन एक बड़े घोटाले से जुड़ी है। इस कथित घोटाले में वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े समूह के द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी। रायपुर में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले ईडी के छापों ने सूबे का सियासी ताप बढ़ा दिया है।

By Amitesh Sonkar

Sub editor

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