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कलेक्टर महोबे ने राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं सहित अतिवृद्धि बारिश से हुई फसलों की क्षति की गहनता से समीक्षा की

कलेक्टर ने दिए नियमानुसार प्राकृतिक आपदा से क्षतिपूर्ति के लिए प्रकरण तैयार करने के निर्देश

कलेक्टर ने राज्य सरकार की 10 से अधिक महत्वपूर्ण योजनाओं व कार्यक्रमों की समीक्षा कर उनकी प्रगति एवं क्रियान्ववन की जानकारी ली

कवर्धा। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने 24 अगस्त को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की साझा बैठक लेकर राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं व 10 से अधिक महत्वाकांक्षी योजनाओं और कार्यक्रमों की गहनता से समीक्षा की। उन्होने सभी महत्वपूर्ण योजनाओं की समीक्षा करते हुए योजनाओं की क्रियान्वयन की वास्तविक जानकारी ली। कलेक्टर श्री महोबे योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ पिछले सप्ताह हुए लगातार बारिश व बारिश से खरीफ फसलों की क्षति व नजरी आंकलन की समीक्षा की। कलेक्टर ने अतिवृष्टि से खरीफ फसलों की समीक्षा करते हुए अतिवृष्टि से क्षति हुई खरीफ फसलों की क्षतिपूर्ति के लिए राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत नियमानुसार प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कबीरधाम जिले में बीते सप्ताह हुए लगातार अतिवृष्टि से धान, बागवानी और अरहर फसलों को ज्यादा क्षति हुई है। सर्वे के आधार पर अतिवृष्टि से 276 प्रभावित किसानों के धान, बागवानी और अरहर के 190.67 हैक्टैयर के फसलों को क्षति पहुंची है। कृषि विभाग के अधिकारी ने पीएम फसल बीमा योजना में धान के पौधे के पानी से डूबने से क्षति होने पर क्षतिपूर्ति का प्रावधान नहीं होने की जानकारी भी दी। कलेक्टर ने अधिकारियों ने को निर्देशित करते हुए कहा कि आरबीसी छःचार के तहत नियमानुसार क्षति पूर्ति के लिए प्रकरण तैयार करें। बैठक में अपर कलेक्टर बीएस उइके, संयुक्त कलेक्टर सुश्री दिप्ती गौते, मोनिका कौड़ो, एसडीएम विनय सोनी, पीएस कोरी, डिप्टी कलेक्टर  संदीप ठाकुर, उप संचालक कृषि एमडी डड़सेना, सहायक संचालक उद्यानिकी आरएन पाडेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना के तहत होने वाले गोबर खरीदी की समीक्षा की। कलेक्टर ने निर्देशित करते हुए कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आधार राज्य शासन की यह महत्वपूर्ण योजनाओं में एक है। इस योजना के तहत सक्रिय गौठानों में पखवाड़े में तीस क्विंटल और माह में 60 क्विंटल गोबर की खरीदी करें। साथ ही गोबर से निर्मित होने वाले जैविक खाद कनर्वजन रेट 40 प्रतिशत तक होने चाहिए। कलेक्टर ने गौठान की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि सक्रिय गोठान तभी माने जाएंगे जब उन गोठानों में मूलभूत अधोसंरचना की अवधारणा जैसे गौठानों में फैंनसिंग,गौठान समिति का गठन, मवेशियों के लिए पानी की व्यवस्था, छांव की व्यवस्था, टांका निर्माण, तथा अजीविका के अन्य गतिविधियों के लिए समूह का गठन हो। कलेक्टर ने जिले में अब तक हुए कुल गोबर की खरीदी और पंजीकृत गोबर विक्रेताओं को राशि की भूगतान, जैविक खाद निर्माण की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि जिले में 299 गोठानों में गोबर की खरीदी की जा रही है। योजना प्रांरभ से अब तक 2 लाख 76 हजार क्विंटल गोबर, 5 करोड़ 44 लाख 97 हजार रूपए की गोबर खरीदी हुई है। पंजीकृत किसान, गौपालक गोबर विक्रेताओं को 5 करोड़ 44 लाख रूपए का भूगतान किया जा चुका है। यहां बताया गया कि प्रत्येक 15 दिवस पर गोबर विर्क्रेताओं का राशि भुगतान की जा रही है। इसी प्रकार अब तक 82 हजार 891 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण किया गया, जिसकी तुलना में 60 हजार 964 क्विंटल वर्मी कपोस्ट का विक्रय किया जा चुका है।
कलेक्टर श्री महोबे ने जिले के गौठानों में अजीविका के गतिविधियों जैसे, वर्मी कपोस्ट का निर्माण, सामुदायिक बाड़ी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, कड़क नाथ पालन, मछली पालन, मिनी राईसमिलस, दाल मिल, का संचालन, अगर बत्ती, साबुन का निर्माण एवं अन्य अजीविका की गतिविधियों की समीक्षा करते अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं गौधन न्याय योजना, सुराजी गांव, गोठान, गौधन न्याय योजना के तहत खरीदी होने वाली गोबर खरीदी, गौ-मूत्र खरीदी, जैविक खाद का निर्माण, गोठान में अजीविका की गतिविधियो, मल्टीएक्टीयूटी सेंटर में अजीविका की गतिविधियां,राजीव गांधी किसान न्याय योजना, सुगंधित फसल, लघु धान्य फसल कोदो-कुटगी व रागी फसलों की स्थिति, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, कृष्ण कुंज, राजीव गांधी मितान गठन, नरवा विकास, के कार्यों की समीक्षा की।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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