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राजनांदगांव। वित्तीय वर्ष 2024-25 में शत प्रतिशत राजस्व वसूली एवं करदाताओं की सुविधा के लिये नगर निगम आयुक्त श्री अतुल विश्वकर्मा की पहल पर राजस्व डिमाण्ड दुरूस्तीकरण के साथ साथ राजस्व करों का आॅन लाईन संधारण तथा यू.पी.आई. से करो की वसूली हेतु निगम का क्यू.आर कोड जारी किया गया है, जिसके माध्यम से वसूली कर्ता करदाताओं से मोबाईल से निगम के क्यू.आर कोड से करों का भुगतान करने प्रेरित करेंगे।
नगर निगम द्वारा लक्ष्य के विरूद्ध राजस्व वसूली के लिये डिमाण्ड दुरूस्तीकरण किया जा रहा है। जिसके तहत कर दाताओं के घर व प्रतिष्ठान के पास जाकर मोबाईल के माध्यम से भौतिक सत्यापन किया गया और पूर्व के डिमाण्ड से मिलान की गयी, डिमाण्ड मिलान करने पर भिन्नता पाये जाने पर वर्तमान सत्यापन के आधार पर डिमाण्ड तैयार किया जा रहा है। साथ ही जिन घरों का डिमाण्ड मंे दर्ज नहीं है उनका भी सत्यापन उपरांत विवरणी भर दर्ज कराया जा रहा है। मोबाईल के माध्यम से भौतिक सत्यापन उपरांत डिमाण्ड दुरूस्तीकरण की कार्यवाही की जा रही है, जिसकी समय समय पर उपायुक्त श्री मोबिन अली तथा राजस्व अधिकारी श्री अशोक देवांगन द्वारा समीक्षा कर डिमाण्ड दुरूस्त कराया जा रहा है।
इस वित्तीय वर्ष में शासन लक्ष्य के विरूद्ध वसूली हेतु एवं करदाताआंें की सुविधा के लिये आॅन लाईन वसूली किये जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिये पूर्व में बैक के अधिकारियों ने राजस्व उप निरीक्षक व सहायक राजस्व निरीक्षकों तथा राजस्व अमला को प्रशिक्षण भी दिया। प्रशिक्षण मंे उनके द्वारा कर्मचारियों को सम्पत्तिकर, समेकितकर, जलकर की मांग का आॅन लाईन संधारण करने संबंधी जानकारी दी गयी, साथ ही करदाताओं की सुविधा हेतु यू.पी.आई. वालेट, चेक, कार्ड, नेट बैंकिंग आदि के माध्यम से करों का भुगतान की सुविधा कैसे उपलब्ध कराना है जानकारी दी गयी। जिसके आधार पर निगम का राजस्व अमला करदाताओं को आॅन लाईन सुविधा के बारे में जानकारी दे रहे है, आयुक्त श्री विश्वकर्मा की पहल पर करदाताओं की सुविधा के लिये मोबाईल से यू.पी.आई. कर राजस्व करों का भुगतान करने निगम का क्यू.आर कोड जारी किया जा रहा है, जिससे करदाता अपने करो का भुगतान यू.पी.आई. से कर सकते है। सहायक राजस्व निरीक्षक अपने अपने प्रभारित वार्ड में अपने मोबाईल में निगम का क्यू.आर कोड रख आन लाईन करो का भुगतान करने करदाताओं को समझाईस देंगे। करदाता अपने सम्पत्तिकर, जलकर,समेकितकर तथा दुकान किराया के अलावा अन्य शुल्क का भुगतान यू.पी.आई. के माध्यम से कर सकते है। आॅन लाईन सुविधा का लाभ मिलने से करदाता करों का भुगतान करने में रूचि लेंगे, क्यांेकि आज के युग में आॅन लाईन के माध्यम से ही खरीदी बिक्री की जा रही है, इस आधार पर कर अदायगी में भी करदाता इसका लाभ उठायेगे, जिससे निगम के राजस्व में वृद्धि होगी।

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