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ग्राम पंचायत बहरमूडा में डायरिया का प्रकोप, 30 से ज्यादा मिले मरीज

स्वास्थ्य विभाग और पीएचई की टीम मौके पर, प्रभावितों का इलाज जारी

कवर्धा। जिले के अंतर्गत ग्राम पंचायत बहरमूडा में डायरिया का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब तक 30 से ज्यादा लोग डायरिया से प्रभावित हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि जिस पानी टंकी से पेयजल आपूर्ति की जाती है, उसकी पाइपलाइन में लीकेज हो गया है। इस वजह से नाली का गंदा पानी घरों तक पहुंचने लगा और लोगों ने अनजाने में ही दूषित पानी का सेवन कर लिया, जिससे डायरिया फैल गया।

ग्रामवासियों की शिकायतें

कुछ ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत की लापरवाही के चलते लोग डायरिया का शिकार हुए हैं। उन्होंने बताया कि पंचायत की ओर से पानी की पाइपलाइन की सही देखरेख नहीं की जा रही थी, जिसके कारण यह समस्या उत्पन्न हुई। इस मामले में ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि जल आपूर्ति के लिए अलग से पानी की सप्लाई की जा रही है और जिस पानी टंकी से लोग बीमार हुए हैं, वह पुरानी टंकी है।

डायरिया के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी

पहले दिन डायरिया के सिर्फ 4 मरीज मिले थे, लेकिन दूसरे दिन यह संख्या बढ़कर 10 हो गई और तीसरे दिन डायरिया का मानो विस्फोट हो गया, जब 17 मरीज और सामने आए। इस तरह अब तक कुल 30 से ज्यादा लोग डायरिया से प्रभावित हो चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग और पीएचई मौके पर मौजूद

स्वास्थ्य विभाग और सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियंत्रिकी (पीएचई) विभाग की टीम तुरंत ग्राम में पहुंच गई और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए। बीमार लोगों का इलाज चल रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराया गया है।

नया जल आपूर्ति सिस्टम

ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि वर्तमान में जल आपूर्ति के लिए नया सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। पुरानी पानी टंकी से होने वाली समस्याओं को देखते हुए, अब एक नई जल आपूर्ति योजना के तहत स्वच्छ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए नई पाइपलाइन बिछाई गई है और जल स्रोत को भी बदल दिया गया है ताकि भविष्य में ऐसी समस्या न हो।

ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर लोगों को डायरिया से बचाव के उपाय बताए। इसके साथ ही, पीने के पानी को उबालकर पीने की सलाह दी गई और स्वच्छता का ध्यान रखने पर जोर दिया गया। ग्रामीणों को हाथ धोने की सही तकनीक और स्वच्छता के महत्व के बारे में जागरूक किया गया।

इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने ग्राम पंचायतों को सतर्क रहने और नियमित रूप से जल स्रोतों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, पाइपलाइनों की नियमित निगरानी और मरम्मत के लिए विशेष टीम गठित की गई है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की योजना भी बनाई जा रही है, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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