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कलेक्टर के संज्ञान के बाद अब बदलेगी सांगरपुर खुर्द की स्कूल की तस्वीर

बच्चों को मिलेगी अतिरिक्त कक्ष, स्कूल के मरम्मत और अतिरिक्त कक्ष निर्माण के निर्देश, आवश्यक मरम्मत कार्य के लिए 60 हजार रूपए की मिली तत्कालिन मदद

कलेक्टर ने मंच के सामने शेड निर्माण कराने के भी निर्देश दिए

कवर्धा। जिले के नवपदस्थ कलेक्टर जनमेजय महोबे के संज्ञान के बाद कवर्धा विकासखण्ड के प्राथमिक स्कूल सांरगपुर खुर्द की तस्वीर अब जल्द ही बदलेगी। कलेक्टर ने बच्चों के बेहतर शिक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध कराने की दृष्टि से जिला मिशन समन्वय को स्कूल में एक अतिरिक्त कक्ष निर्माण और मंच के पास एक शेड निर्माण की स्वीकृति करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर के निर्देश पर नया भवन का प्रस्ताव संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय को भेजा गया है। साथ ही जिला शिक्षा मद से 40 हजार रूपए एवं जनप्रतिनिधि व अधिकारियों की मदद से 20 हजार एकत्र कर स्कूल में अन्य आवश्यक मरम्मद कार्य कराने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि सांरगपुर खुर्द स्कूल परिसर के मंच में तिरपाल से लगाकर बच्चों की पढ़ाई करने वाली खबर सामने आई थी। कलेक्टर ने इस खबर को शीघ्रता से संज्ञान में लेते हुए आवश्यक निर्देश दिए। तत्कालीन व्यवस्था करने के लिए ग्रामवासी एवं पालकों द्वारा अपनी खुशी जाहिर करते हुए कलेक्टर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित भी किया है।
कलेक्टर जनमेजय महोबे के निर्देश पर कवर्धा विकासखण्ड संकुल केन्द्र कोठार के शासकीय प्राथमिक शाला सारंगपुर खुर्द का जिला शिक्षा अधिकारी राकेश पाण्डेय, सहायक संचालक महेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला मिशन समन्वयक विनोद श्रीवास्तव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एम.आर. पटेला, एवं खण्ड स्त्रोत समन्वयक  जलेश चंद्रवंशी द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करने पर विद्यालय मरम्मत योग्य पाया गया। जिसके लिए शिक्षा मद की राशि 40 हजार रूपए, जिला पंचायत के माध्यम से तथा उपस्थित अधिकारी कर्मचारी व ग्रामवासियों के सहयोग से 20 हजार इस तरह कुल 60 हजार रूपए राशि एकत्रित कर मरम्मत कार्य कराने का निर्णय लिया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर तब तक विद्यालय के किचन कक्ष, प्रधानपाठक कक्ष व बरामदे में विद्यालय के 51 बच्चो को पढ़ाई सुचारू रूप से करने के लिए कहा गया। कलेक्टर के निर्देशन में जिला मिशन समन्वयक को 01 अतिरिक्त कक्ष स्वीकृत करने का निर्देश दिया गया साथ ही मंच के पास 01 शेड बनाने के लिए कहा गया है। विद्यालय का अतिरिक्त कक्ष जो अत्यन्त जीर्ण-शीर्ण है उसे वर्तमान में ताला लगाकर रखने तथा डिस्मेंटल की कार्यवाही करने निर्देशित किया गया। बच्चां को विद्यालय परिसर में बने मंच में पढाया जा रहा था तथा धूप से बचने के लिए ग्रामवासियों द्वारा पालीथीन की व्यवस्था की गई थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि समाचार पत्र में छपी हुई खबर पूर्णतः गलत है कि विद्यालय तिरपाल लगाकर संचालित की जा रही है। ग्रामवासी विद्यालय के मरम्मत कार्य में स्वस्फूर्त श्रमदान के लिए स्वयं राजी हुए है। उक्त बैठक में सरपंच, पंच, ग्राम पटेल, शाला विकास समिति के अध्यक्ष एवं सदस्य तथा अधिक संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे। नया भवन का प्रस्ताव संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय को भेजा गया है। समस्त ग्रामवासियों के द्वारा तत्कालीन व्यवस्था करने के लिए अपनी खुशी जाहिर की है।

By Rupesh Mahobiya

Bureau Chief kawardha

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